Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Dec 2018 · 1 min read

नदी की व्यथा

मैं सरिता पावन निर्मल,
बलखाती बहती अविरल।
करती रही धरा को सिंचित,
भेद किया न मैंने किंचित।
निर्मल सुन्दर मेरी धारा,
स्नेह लुटाती रहती सारा।
व्यथित बहुत हूं मैं इस जग से,
बांध दिया है मुझको जबसे।
कलुष उड़ेला अपना सारा,
मैला,कचरा डाल अपारा।
घुटता दम बहते हैं आंसू,
व्यथा बहुत है कहूं मैं कांसू।
जीर्ण-शीर्ण मैं होती जाऊं,
फिर भी अविरल बहती जाऊं।
मलिन हुई मेरी जलधारा,
सबने मुझसे किया किनारा।
मां कहते-कहते नहीं थकते,
मेरी दशा को कभी न तकते।
ऐसा न हो मैं थक जाऊं,
बहते-बहते मैं रूक जाऊं।
तब क्या होगा सोचा-विचारा,
हृदय मेरा अब हिम्मत हारा।

अभिलाषा चौहान
स्वरचित

Language: Hindi
2 Likes · 638 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
।। अछूत ।।
।। अछूत ।।
साहित्य गौरव
If you have  praising people around you it means you are lac
If you have praising people around you it means you are lac
Ankita Patel
"बचपन याद आ रहा"
Sandeep Kumar
Irritable Bowel Syndrome
Irritable Bowel Syndrome
Tushar Jagawat
नग मंजुल मन भावे
नग मंजुल मन भावे
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
चला आया घुमड़ सावन, नहीं आए मगर साजन।
चला आया घुमड़ सावन, नहीं आए मगर साजन।
डॉ.सीमा अग्रवाल
चिंतन और अनुप्रिया
चिंतन और अनुप्रिया
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
शीर्षक:
शीर्षक: "ओ माँ"
MSW Sunil SainiCENA
फिर जनता की आवाज बना
फिर जनता की आवाज बना
vishnushankartripathi7
भगवान ने जब सबको इस धरती पर समान अधिकारों का अधिकारी बनाकर भ
भगवान ने जब सबको इस धरती पर समान अधिकारों का अधिकारी बनाकर भ
Sukoon
हमारे सोचने से
हमारे सोचने से
Dr fauzia Naseem shad
भगवान परशुराम जी, हैं छठवें अवतार
भगवान परशुराम जी, हैं छठवें अवतार
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
*कहा चैत से फागुन ने, नव वर्ष तुम्हारा अभिनंदन (गीत)*
*कहा चैत से फागुन ने, नव वर्ष तुम्हारा अभिनंदन (गीत)*
Ravi Prakash
आई होली आई होली
आई होली आई होली
VINOD CHAUHAN
माचिस
माचिस
जय लगन कुमार हैप्पी
कर दो बहाल पुरानी पेंशन
कर दो बहाल पुरानी पेंशन
gurudeenverma198
बोलते हैं जैसे सारी सृष्टि भगवान चलाते हैं ना वैसे एक पूरा प
बोलते हैं जैसे सारी सृष्टि भगवान चलाते हैं ना वैसे एक पूरा प
Vandna thakur
THE B COMPANY
THE B COMPANY
Dhriti Mishra
■ शेर-
■ शेर-
*Author प्रणय प्रभात*
प्रतीक्षा
प्रतीक्षा
Dr. Pradeep Kumar Sharma
भेड़ों के बाड़े में भेड़िये
भेड़ों के बाड़े में भेड़िये
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
पक्की छत
पक्की छत
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
कोई नही है अंजान
कोई नही है अंजान
Basant Bhagawan Roy
"कुछ अनकही"
Ekta chitrangini
23/95.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/95.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
"औषधि"
Dr. Kishan tandon kranti
कोशिश करना छोरो मत,
कोशिश करना छोरो मत,
Ranjeet kumar patre
ठोकर भी बहुत जरूरी है
ठोकर भी बहुत जरूरी है
Anil Mishra Prahari
फूल
फूल
Neeraj Agarwal
Loading...