Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Sep 2021 · 1 min read

नदियाँ

पावन नदियाँ बहती हैं
यमुना- गंगा बहती हैं
जिसकी गोद में रहते
अमृत जल, धरा शीतल
शीला गहलावत सीरत
चण्डीगढ़, हरियाणा

Language: Hindi
2 Likes · 364 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
■ आज का संदेश
■ आज का संदेश
*Author प्रणय प्रभात*
चंद्रयान-3 / (समकालीन कविता)
चंद्रयान-3 / (समकालीन कविता)
ईश्वर दयाल गोस्वामी
खूबियाँ और खामियाँ सभी में होती हैं, पर अगर किसी को आपकी खूब
खूबियाँ और खामियाँ सभी में होती हैं, पर अगर किसी को आपकी खूब
Manisha Manjari
नंगा चालीसा [ रमेशराज ]
नंगा चालीसा [ रमेशराज ]
कवि रमेशराज
अम्बेडकरवादी हाइकु / मुसाफ़िर बैठा
अम्बेडकरवादी हाइकु / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
"ब्रेजा संग पंजाब"
Dr Meenu Poonia
💐प्रेम कौतुक- 292💐
💐प्रेम कौतुक- 292💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
23/65.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/65.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*मोलभाव से बाजारूपन, रिश्तों में भी आया है (हिंदी गजल)*
*मोलभाव से बाजारूपन, रिश्तों में भी आया है (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
सुनो पहाड़ की.....!!! (भाग - ६)
सुनो पहाड़ की.....!!! (भाग - ६)
Kanchan Khanna
॥ संकटमोचन हनुमानाष्टक ॥
॥ संकटमोचन हनुमानाष्टक ॥
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
"प्रेम रोग"
Dr. Kishan tandon kranti
कभी कभी पागल होना भी
कभी कभी पागल होना भी
Vandana maurya
माँ दे - दे वरदान ।
माँ दे - दे वरदान ।
Anil Mishra Prahari
मोरनी जैसी चाल
मोरनी जैसी चाल
Dr. Vaishali Verma
बाल नहीं खुले तो जुल्फ कह गयी।
बाल नहीं खुले तो जुल्फ कह गयी।
Anil chobisa
बोझ
बोझ
Dr. Pradeep Kumar Sharma
पापा , तुम बिन जीवन रीता है
पापा , तुम बिन जीवन रीता है
Dilip Kumar
जब मैं तुमसे प्रश्न करूँगा,
जब मैं तुमसे प्रश्न करूँगा,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
प्रकृति
प्रकृति
Sûrëkhâ Rãthí
छोड़ दो
छोड़ दो
Pratibha Pandey
दीप में कोई ज्योति रखना
दीप में कोई ज्योति रखना
Shweta Soni
दूर की कौड़ी ~
दूर की कौड़ी ~
दिनेश एल० "जैहिंद"
देखा है जब से तुमको
देखा है जब से तुमको
Ram Krishan Rastogi
मैं समुद्र की गहराई में डूब गया ,
मैं समुद्र की गहराई में डूब गया ,
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
सकारात्मक सोच
सकारात्मक सोच
Dr fauzia Naseem shad
जिंदगी कंही ठहरी सी
जिंदगी कंही ठहरी सी
A🇨🇭maanush
130 किताबें महिलाओं के नाम
130 किताबें महिलाओं के नाम
अरशद रसूल बदायूंनी
कहती है हमें अपनी कविताओं में तो उतार कर देख लो मेरा रूप यौव
कहती है हमें अपनी कविताओं में तो उतार कर देख लो मेरा रूप यौव
DrLakshman Jha Parimal
आज मानवता मृत्यु पथ पर जा रही है।
आज मानवता मृत्यु पथ पर जा रही है।
पूर्वार्थ
Loading...