Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Sep 2017 · 1 min read

== नतीजे आएंगे ==

पता नहीं क्यों आज देश के बहुत हुए बदतर हालात।
हत्या, उपद्रव, बाढ़, दुर्घटनाओं से पहुंचा जन-जन को आघात।
जन-जन को आघात आकाओं को नहीं है फुरसत।
वोट बटोरना जनता से बस यही है हसरत।
कहे रंजना निज स्वार्थ में ये कर रहे खूब खता।
जनता देगी नतीजे कभी तो चल जाएगा पता।

—रंजना माथुर दिनांक 15/09/2017
मेरी स्व रचित व मौलिक रचना
©

451 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
आत्मविश्वास ही हमें शीर्ष पर है पहुंचाती... (काव्य)
आत्मविश्वास ही हमें शीर्ष पर है पहुंचाती... (काव्य)
AMRESH KUMAR VERMA
नमामि राम की नगरी, नमामि राम की महिमा।
नमामि राम की नगरी, नमामि राम की महिमा।
डॉ.सीमा अग्रवाल
चोर उचक्के बेईमान सब, सेवा करने आए
चोर उचक्के बेईमान सब, सेवा करने आए
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
सौ बरस की जिंदगी.....
सौ बरस की जिंदगी.....
Harminder Kaur
मैं उनके मंदिर गया था / MUSAFIR BAITHA
मैं उनके मंदिर गया था / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
वेलेंटाइन डे शारीरिक संबंध बनाने की एक पूर्व नियोजित तिथि है
वेलेंटाइन डे शारीरिक संबंध बनाने की एक पूर्व नियोजित तिथि है
Rj Anand Prajapati
💐प्रेम कौतुक-506💐
💐प्रेम कौतुक-506💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
चलो चलें बौद्ध धम्म में।
चलो चलें बौद्ध धम्म में।
Buddha Prakash
तुम्हें नहीं पता, तुम कितनों के जान हो…
तुम्हें नहीं पता, तुम कितनों के जान हो…
Anand Kumar
प्रेम क्या है...
प्रेम क्या है...
हिमांशु Kulshrestha
"संगठन परिवार है" एक जुमला या झूठ है। संगठन परिवार कभी नहीं
Sanjay ' शून्य'
विश्वगुरु
विश्वगुरु
Shekhar Chandra Mitra
मिस्टर चंदा (बाल कविता)
मिस्टर चंदा (बाल कविता)
Ravi Prakash
मजबूरन पैसे के खातिर तन यौवन बिकते देखा।
मजबूरन पैसे के खातिर तन यौवन बिकते देखा।
सत्य कुमार प्रेमी
■ मुक्तक-
■ मुक्तक-
*Author प्रणय प्रभात*
एक दूसरे से बतियाएं
एक दूसरे से बतियाएं
surenderpal vaidya
साहित्य - संसार
साहित्य - संसार
Shivkumar Bilagrami
चौकड़िया छंद / ईसुरी छंद , विधान उदाहरण सहित , व छंद से सृजित विधाएं
चौकड़िया छंद / ईसुरी छंद , विधान उदाहरण सहित , व छंद से सृजित विधाएं
Subhash Singhai
होली है ....
होली है ....
Kshma Urmila
*ये रिश्ते ,रिश्ते न रहे इम्तहान हो गए हैं*
*ये रिश्ते ,रिश्ते न रहे इम्तहान हो गए हैं*
Shashi kala vyas
सफर पे निकल गये है उठा कर के बस्ता
सफर पे निकल गये है उठा कर के बस्ता
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
क्षितिज
क्षितिज
Dhriti Mishra
3021.*पूर्णिका*
3021.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
दिवाली त्योहार का महत्व
दिवाली त्योहार का महत्व
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
हसीनाओं से कभी भूलकर भी दिल मत लगाना
हसीनाओं से कभी भूलकर भी दिल मत लगाना
gurudeenverma198
दास्ताने-इश्क़
दास्ताने-इश्क़
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
मेरी हस्ती
मेरी हस्ती
Shyam Sundar Subramanian
dr arun kumar shastri
dr arun kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
"साहस"
Dr. Kishan tandon kranti
एक पत्नी अपने पति को तन मन धन बड़ी सहजता से सौंप देती है देत
एक पत्नी अपने पति को तन मन धन बड़ी सहजता से सौंप देती है देत
Annu Gurjar
Loading...