धरा वासियों होश में आओ जैव विविधता नहीं मिटाओ
धरती आसमान और तारे
सूरज चंदा और सितारे
नदियां पर्वत और समंदर
जल जंगल और जीव यह सारे
कुदरत ने हैं सभी बनाए
नहीं अकारण जगत में आए
दुनिया में है काम सभी का
अनुपयोगी नहीं बनाए
बुरा नहीं है कोई जगत में
सृष्टि में हैं सभी समाए
एक संतुलन साधा है
कुदरत ने सब को बांधा है
धरा वासियों होश में आओ
जैव विविधता नहीं मिटाओ
अगर हमने अस्तित्व मिटाया
नहीं बचेगी मनुज की काया