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10 Mar 2019 · 1 min read

दो पंक्तियाँ

मेरी चाहत न बयां हो सकती है न दिखाई देगी,
जरा करीब आओ जिंदगी गुलजार कर दूंगा।

अशोक छाबडा
01012019

2 Likes · 250 Views
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