Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Feb 2021 · 1 min read

पानी बूंद बचाइए

पानी बूंद बचाइए, रखिए इसे सॅभाल।
वरना आगे वक्त में,होगा विकट अकाल।

वृक्ष धरोहर सृष्टि की, वृद्धि करें खुद आप।
दुनिया दे आशीष तब, मिटे रोग संताप।

दोहन को रोको सखे,हो जग का कल्यान।
जगती भी निश्चिंत हो, करे पुनः वरदान।

स्वच्छ साफ वातावरण,जीवन का आधार।
साफ सफाई राखिए,कीजै शुद्ध विचार।

पर्यावरण अशुद्ध है,स्वांस-स्वांस तड़फाय ।
कीजै कुछ मन से जतन,कहै अटल कविराय।

Language: Hindi
3 Likes · 358 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
शरीर मोच खाती है कभी आपकी सोच नहीं यदि सोच भी मोच खा गई तो आ
शरीर मोच खाती है कभी आपकी सोच नहीं यदि सोच भी मोच खा गई तो आ
Rj Anand Prajapati
سیکھ لو
سیکھ لو
Ahtesham Ahmad
ग़ज़ल- तू फितरत ए शैतां से कुछ जुदा तो नहीं है- डॉ तबस्सुम जहां
ग़ज़ल- तू फितरत ए शैतां से कुछ जुदा तो नहीं है- डॉ तबस्सुम जहां
Dr Tabassum Jahan
दोस्ती पर वार्तालाप (मित्रता की परिभाषा)
दोस्ती पर वार्तालाप (मित्रता की परिभाषा)
Er.Navaneet R Shandily
दिल धड़कता नही अब तुम्हारे बिना
दिल धड़कता नही अब तुम्हारे बिना
Ram Krishan Rastogi
"कूँचे गरीब के"
Ekta chitrangini
अपना जीवन पराया जीवन
अपना जीवन पराया जीवन
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
किसी से दोस्ती ठोक–बजा कर किया करो, नहीं तो, यह बालू की भीत साबित
किसी से दोस्ती ठोक–बजा कर किया करो, नहीं तो, यह बालू की भीत साबित
Dr MusafiR BaithA
"उल्लू"
Dr. Kishan tandon kranti
तेरे दिल में कब आएं हम
तेरे दिल में कब आएं हम
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
हमारी आखिरी उम्मीद हम खुद है,
हमारी आखिरी उम्मीद हम खुद है,
शेखर सिंह
जन गण मन अधिनायक जय हे ! भारत भाग्य विधाता।
जन गण मन अधिनायक जय हे ! भारत भाग्य विधाता।
Neelam Sharma
माँ तस्वीर नहीं, माँ तक़दीर है…
माँ तस्वीर नहीं, माँ तक़दीर है…
Anand Kumar
कौन कहता है ज़ज्बात के रंग होते नहीं
कौन कहता है ज़ज्बात के रंग होते नहीं
Shweta Soni
💐अज्ञात के प्रति-93💐
💐अज्ञात के प्रति-93💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
■ आज का विचार...
■ आज का विचार...
*Author प्रणय प्रभात*
" ऐसा रंग भरो पिचकारी में "
Chunnu Lal Gupta
Ranjeet Shukla
Ranjeet Shukla
Ranjeet Kumar Shukla
"कहानी मेरी अभी ख़त्म नही
पूर्वार्थ
2768. *पूर्णिका*
2768. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*रखता है हर बार कृष्ण मनमोहन मेरी लाज (भक्ति गीत)*
*रखता है हर बार कृष्ण मनमोहन मेरी लाज (भक्ति गीत)*
Ravi Prakash
जो उनसे पूछा कि हम पर यक़ीं नहीं रखते
जो उनसे पूछा कि हम पर यक़ीं नहीं रखते
Anis Shah
ग़म बांटने गए थे उनसे दिल के,
ग़म बांटने गए थे उनसे दिल के,
ओसमणी साहू 'ओश'
संभव है कि किसी से प्रेम या फिर किसी से घृणा आप करते हों,पर
संभव है कि किसी से प्रेम या फिर किसी से घृणा आप करते हों,पर
Paras Nath Jha
जग अंधियारा मिट रहा, उम्मीदों के संग l
जग अंधियारा मिट रहा, उम्मीदों के संग l
Shyamsingh Lodhi (Tejpuriya)
तुम्हारे आगे, गुलाब कम है
तुम्हारे आगे, गुलाब कम है
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
हम ख़्वाब की तरह
हम ख़्वाब की तरह
Dr fauzia Naseem shad
कान्हा मेरे जैसे छोटे से गोपाल
कान्हा मेरे जैसे छोटे से गोपाल
Harminder Kaur
रमेशराज के कुण्डलिया छंद
रमेशराज के कुण्डलिया छंद
कवि रमेशराज
पल पल रंग बदलती है दुनिया
पल पल रंग बदलती है दुनिया
Ranjeet kumar patre
Loading...