Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Jan 2021 · 1 min read

दोहे

दर्पण

दर्पण देखो गौर से, देखो बारम्बार|
दिखलाए सच-सच सदा, नहीं करे इंकार||

दर्पण बोले सच सदा, नहीं तनिक भी झूठ|
जैसे को तैसा कहे, भले लाख जा रूठ||

दर्पण धुँधला मत कहो, मुख पर छाई गर्द|
मरहम बाहर ना लगा, भीतर हो जब दर्द||

मन दर्पण मैला हुआ, मैला जगत प्रतीत|
मनवा अपना साफ कर, होगी सब से प्रीत||

दर्पण दर्पण ही रहे, तजता नहीं स्वभाव|
अवसर कैसा भी रहे, देखा कभी न ताव||

-विनोद सिल्ला©

Language: Hindi
2 Likes · 4 Comments · 613 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
रिश्ते दिलों के अक्सर इसीलिए
रिश्ते दिलों के अक्सर इसीलिए
Amit Pandey
कर दो बहाल पुरानी पेंशन
कर दो बहाल पुरानी पेंशन
gurudeenverma198
"Har Raha mukmmal kaha Hoti Hai
कवि दीपक बवेजा
जितना खुश होते है
जितना खुश होते है
Vishal babu (vishu)
पहला अहसास
पहला अहसास
Falendra Sahu
पूस की रात
पूस की रात
Atul "Krishn"
हिन्दी पढ़ लो -'प्यासा'
हिन्दी पढ़ लो -'प्यासा'
Vijay kumar Pandey
।। जीवन प्रयोग मात्र ।।
।। जीवन प्रयोग मात्र ।।
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
गांव का दृश्य
गांव का दृश्य
Mukesh Kumar Sonkar
नारी है नारायणी
नारी है नारायणी
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
वैज्ञानिक चेतना की तलाश
वैज्ञानिक चेतना की तलाश
Shekhar Chandra Mitra
কিছু ভালবাসার গল্প অমর হয়ে রয়
কিছু ভালবাসার গল্প অমর হয়ে রয়
Sakhawat Jisan
चलो स्कूल
चलो स्कूल
Dr. Pradeep Kumar Sharma
🦋 *आज की प्रेरणा🦋
🦋 *आज की प्रेरणा🦋
Tarun Singh Pawar
कवि की लेखनी
कवि की लेखनी
Shyam Sundar Subramanian
हासिल नहीं है कुछ
हासिल नहीं है कुछ
Dr fauzia Naseem shad
नारी शक्ति का हो 🌹🙏सम्मान🙏
नारी शक्ति का हो 🌹🙏सम्मान🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
जहर मे भी इतना जहर नही होता है,
जहर मे भी इतना जहर नही होता है,
Ranjeet kumar patre
পছন্দের ঘাটশিলা স্টেশন
পছন্দের ঘাটশিলা স্টেশন
Arghyadeep Chakraborty
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
भैया दूज (हिंदी गजल/गीतिका)
भैया दूज (हिंदी गजल/गीतिका)
Ravi Prakash
कुपुत्र
कुपुत्र
Sanjay ' शून्य'
संत हृदय से मिले हो कभी
संत हृदय से मिले हो कभी
Damini Narayan Singh
ज़िक्र-ए-वफ़ा हो या बात हो बेवफ़ाई की ,
ज़िक्र-ए-वफ़ा हो या बात हो बेवफ़ाई की ,
sushil sarna
जिज्ञासा और प्रयोग
जिज्ञासा और प्रयोग
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
बोलना , सुनना और समझना । इन तीनों के प्रभाव से व्यक्तित्व मे
बोलना , सुनना और समझना । इन तीनों के प्रभाव से व्यक्तित्व मे
Raju Gajbhiye
3090.*पूर्णिका*
3090.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
पैमाना सत्य का होता है यारों
पैमाना सत्य का होता है यारों
प्रेमदास वसु सुरेखा
जो लोग धन को ही जीवन का उद्देश्य समझ बैठे है उनके जीवन का भो
जो लोग धन को ही जीवन का उद्देश्य समझ बैठे है उनके जीवन का भो
Rj Anand Prajapati
■ सबसे ज़रूरी।
■ सबसे ज़रूरी।
*Author प्रणय प्रभात*
Loading...