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26 May 2020 · 1 min read

दोहे

जो मानस कोशिश करत, वह सफल होय जाय।
जो तकते बस भाग को, जूठन पात व खाय।।
*
वचन ना बोलो मुह से, जो घात करी जाय।
चोट को तो घाव भरे, वचन घाव न पटाय।।

Language: Hindi
1 Like · 2 Comments · 509 Views
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