दोस्त
मै भटका हुआ मुसाफिर हू,
तो उम्मीद का सहारा हैँ दोस्त //
मै ज़ब-ज़ब अँधेरे से डरा,
तो जुगनू का सहारा हैँ दोस्त //
मै डूब रही कस्ती हू,
तो तिनके का सहारा हैँ दोस्त //
मेरी हर मुश्किल की घड़ी मे,
मेरे साथ खड़े हैँ मेरे दोस्त //
मै भटका हुआ मुसाफिर हू,
तो उम्मीद का सहारा हैँ दोस्त //
मै ज़ब-ज़ब अँधेरे से डरा,
तो जुगनू का सहारा हैँ दोस्त //
मै डूब रही कस्ती हू,
तो तिनके का सहारा हैँ दोस्त //
मेरी हर मुश्किल की घड़ी मे,
मेरे साथ खड़े हैँ मेरे दोस्त //