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2 Aug 2018 · 1 min read

देशी बनाम विदेश भोजन

विधा-/—सार (ललित) छंद
विषय —– देशी बनाम विदेशी भोजन
??????????????
देशी और विदेशी भोजन
??????????????
भाया भोजन जबतक घर का,
तबतक हुआ न रोना।
फास्टफूड पे नजर पड़ी जब,
पड़ा बहुत कुछ खोना।।
???
कभी टिफिन में घर का भोजन,
ले जाते थे भाई।
अब दिखता है पिज्जा – बर्गर,
जो है बना कसाई।।
???
सदा स्वस्थ रहना जो चाहे,
खाये देशी खाना।
तन सुंदर औ मन भी सुंदर,
नाचो गाओं गाना।।
???
भारत के स्वादिष्ट भोज्य का,
कभी न कोई सानी।
दाल भात रोटी सब्जी की,
महिमा जग ने मानी।।
???
फास्टफूड जो खाया भैया,
होगा रोना – धोना।
स्वास्थ्य बिगड़ता जायेगा,
पड़ेगा जीवन खोना।।
???
बात पते की मैं कहता हूँ,
मान सको तो मानों।
देशी भोजन में जीवन है,
इसे ही अमृत जानो।।
???
पिज्जा बर्गर चीनी खाना,
अब ना मुंह लगाना।
अपने खाना देशी भोजन,
औरों को समझाना।।
???
देशी भोजन में भी भैया,
स्वाद कई है नाना।
“#सचिन” कहे बस देशी खाओ,
गाओ मन से गाना।।
************************************
✍✍पं.संजीव शुक्ल “सचिन”
मुसहरवा (मंशानगर)
पश्चिमी चम्पारण
बिहार

Language: Hindi
1 Like · 522 Views
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