देशभक्ति
मेरी देशभक्ति
देश को दुश्मनों से बचाना पड़ेगा।
धीरे धीरे ही हमे लोहा ले आंतकियों से लड़ना पड़ेगा।
जो छिपे है भेड़िए हमें उनकों ढूंढना पड़ेगा।
मंसूबों को उनके हमे खत्म कर खदेड़ना पड़ेगा।
मातृभूमि की सेवा में हमें जी जान लगाना पड़ेगा।
जाँ देकर भी हमें वतन की रक्षा का भार उठाना पड़ेगा।
सफ़ेद पोशाकों वालों को थोड़ा सोचना पड़ेगा।
देशभक्ति का जज्बा मन मे खुद के बिठाना पड़ेगा।।।
सीमा पर हमें एक दिन जंग को जाना पड़ेगा,
मातृभूमि की रक्षा में अपना शीश कटाना पड़ेगा।
भारत माता के लाल होने का सबूत सबको देना पड़ेगा।
भारतीयता का सच्चा फर्ज निभाना पड़ेगा।।।
सब भारतीयों की रक्षा का दायित्व कंधों पर सम्भालना पड़ेगा।
तिरंगे का मान सदा दिल मे रहे ऐसी उमंग भरना पड़ेगा।
सोनू देश सेबढ़कर कुछ होता नही खुद को समझाना पड़ेगा।
वीरो के सबल की ख़ातिर कलमकारों को वीररस में रचना लिखना पड़ेगा।।।
रचनाकार
गायत्री सोनू जैन
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