Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Sep 2020 · 1 min read

देवता हो गया

देखते देखते क्या से’ क्या हो गया
एक पत्थर से’ वो देवता हो गया

रोज़ी’ रोटी जुटाने की’ मजबूरियां
बाप से आज बेटा जुदा हो गया

छोड़कर गांव तुमको मिला है यही
शहर में हर सगा ग़ैर सा हो गया

मिल गए फिर किताबों में सूखे गुलाब
ज़ख़्मे दिल आज फिर से हरा हो गयाक

गांव में थी अदालत बड़ी शान की
जो बड़ों ने किया फैसला हो गया

दिन बुरे देश में और क्या आएंगे
खून जिसने किया, देवता हो गया

वह नसीहत हमें आज करने लगा
सच यही है कि बेटा बड़ा हो गया

एक अफवाह ने काम ऐसा किया
ज़ख्म फिर से पुराना हरा हो गया

6 Likes · 305 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
सत्ता परिवर्तन
सत्ता परिवर्तन
Shekhar Chandra Mitra
पर्यावरणीय सजगता और सतत् विकास ही पर्यावरण संरक्षण के आधार
पर्यावरणीय सजगता और सतत् विकास ही पर्यावरण संरक्षण के आधार
डॉ०प्रदीप कुमार दीप
डा. तेज सिंह : हिंदी दलित साहित्यालोचना के एक प्रमुख स्तंभ का स्मरण / MUSAFIR BAITHA
डा. तेज सिंह : हिंदी दलित साहित्यालोचना के एक प्रमुख स्तंभ का स्मरण / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
शेखर सिंह ✍️
शेखर सिंह ✍️
शेखर सिंह
जब तक रहेगी ये ज़िन्दगी
जब तक रहेगी ये ज़िन्दगी
Mr.Aksharjeet
सकारात्मक पुष्टि
सकारात्मक पुष्टि
पूर्वार्थ
मुस्कुराओ तो सही
मुस्कुराओ तो सही
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
#काव्य_कटाक्ष
#काव्य_कटाक्ष
*Author प्रणय प्रभात*
सत्य को अपना बना लो,
सत्य को अपना बना लो,
Buddha Prakash
-- दिखावटी लोग --
-- दिखावटी लोग --
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
विश्वास
विश्वास
विजय कुमार अग्रवाल
वस्तु वस्तु का  विनिमय  होता  बातें उसी जमाने की।
वस्तु वस्तु का विनिमय होता बातें उसी जमाने की।
सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’
मातृस्वरूपा प्रकृति
मातृस्वरूपा प्रकृति
ऋचा पाठक पंत
2445.पूर्णिका
2445.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
अब तो  सब  बोझिल सा लगता है
अब तो सब बोझिल सा लगता है
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
प्रेम हैं अनन्त उनमें
प्रेम हैं अनन्त उनमें
The_dk_poetry
अंगारों को हवा देते हैं. . .
अंगारों को हवा देते हैं. . .
sushil sarna
*_......यादे......_*
*_......यादे......_*
Naushaba Suriya
...
...
Ravi Yadav
मुक्तक
मुक्तक
डॉक्टर रागिनी
" कटु सत्य "
DrLakshman Jha Parimal
शुभ रात्रि मित्रों
शुभ रात्रि मित्रों
आर.एस. 'प्रीतम'
जीवन का सफर
जीवन का सफर
नवीन जोशी 'नवल'
मिले हम तुझसे
मिले हम तुझसे
Seema gupta,Alwar
*चुनावी कुंडलिया*
*चुनावी कुंडलिया*
Ravi Prakash
उस रावण को मारो ना
उस रावण को मारो ना
VINOD CHAUHAN
समझ
समझ
Dinesh Kumar Gangwar
अलविदा ज़िंदगी से
अलविदा ज़िंदगी से
Dr fauzia Naseem shad
***
*** " तुम आंखें बंद कर लेना.....!!! " ***
VEDANTA PATEL
बड़े भाग मानुष तन पावा
बड़े भाग मानुष तन पावा
आकांक्षा राय
Loading...