Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Mar 2017 · 1 min read

देख तुम्हारी सादगी ,

अपने-अपने दंभ को ,भूल-बिसर के आज
शामिल होली में रहो ,जुड़ता दिखे समाज
#
फागुन-फागुन सा हुआ ,सावन बिछुड़ा मीत
छोड़ अधर की बासुरी ,राधा विरहा गीत
#
कायरता की राह में ,हद से निकले पार
माया जननी मोह की,देख यही संसार
#
पद प्रतिष्ठा वो छोड़ के ,सड़कें नापे रोज
कीचड़-कीचड़ में खिले ,पंकज,कमल,सरोज
#
देख तुम्हारी सादगी , हाथो बचा गुलाल
जीवन सारा काट दे ,इतनी सोच मलाल
सुशील यादव,दुर्ग
7.3.17

Language: Hindi
513 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
चुनाव आनेवाला है
चुनाव आनेवाला है
Sanjay ' शून्य'
*मृत्यु (सात दोहे)*
*मृत्यु (सात दोहे)*
Ravi Prakash
कट्टर ईमानदार हूं
कट्टर ईमानदार हूं
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
“बदलते रिश्ते”
“बदलते रिश्ते”
पंकज कुमार कर्ण
जीवन मंथन
जीवन मंथन
Satya Prakash Sharma
तुमको मिले जो गम तो हमें कम नहीं मिले
तुमको मिले जो गम तो हमें कम नहीं मिले
हरवंश हृदय
अगर बात तू मान लेगा हमारी।
अगर बात तू मान लेगा हमारी।
सत्य कुमार प्रेमी
गीत गा लअ प्यार के
गीत गा लअ प्यार के
Shekhar Chandra Mitra
कितना
कितना
Santosh Shrivastava
पतंग को हवा की दिशा में उड़ाओगे तो बहुत दूर तक जाएगी नहीं तो
पतंग को हवा की दिशा में उड़ाओगे तो बहुत दूर तक जाएगी नहीं तो
Rj Anand Prajapati
"फेड्डल और अव्वल"
Dr. Kishan tandon kranti
होली पर
होली पर
Dr.Pratibha Prakash
سب کو عید مبارک ہو،
سب کو عید مبارک ہو،
DrLakshman Jha Parimal
"श्रमिकों को निज दिवस पर, ख़ूब मिला उपहार।
*Author प्रणय प्रभात*
दर्द का दरिया
दर्द का दरिया
Bodhisatva kastooriya
सत्य प्रेम से पाएंगे
सत्य प्रेम से पाएंगे
महेश चन्द्र त्रिपाठी
#विषय:- पुरूषोत्तम राम
#विषय:- पुरूषोत्तम राम
Pratibha Pandey
राम दर्शन
राम दर्शन
Shyam Sundar Subramanian
कुछ भी रहता नहीं है
कुछ भी रहता नहीं है
Dr fauzia Naseem shad
मुक्तक
मुक्तक
sushil sarna
सावन के पर्व-त्योहार
सावन के पर्व-त्योहार
लक्ष्मी सिंह
3302.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3302.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
Ajeeb hai ye duniya.......pahle to karona se l ladh rah
Ajeeb hai ye duniya.......pahle to karona se l ladh rah
shabina. Naaz
बाल दिवस विशेष- बाल कविता - डी के निवातिया
बाल दिवस विशेष- बाल कविता - डी के निवातिया
डी. के. निवातिया
मै मानव  कहलाता,
मै मानव कहलाता,
कार्तिक नितिन शर्मा
कब तक कौन रहेगा साथी
कब तक कौन रहेगा साथी
Ramswaroop Dinkar
धरा कठोर भले हो कितनी,
धरा कठोर भले हो कितनी,
Satish Srijan
साहिल पर खड़े खड़े हमने शाम कर दी।
साहिल पर खड़े खड़े हमने शाम कर दी।
Sahil Ahmad
ग़ज़ल संग्रह 'तसव्वुर'
ग़ज़ल संग्रह 'तसव्वुर'
Anis Shah
जीवन साथी,,,दो शब्द ही तो है,,अगर सही इंसान से जुड़ जाए तो ज
जीवन साथी,,,दो शब्द ही तो है,,अगर सही इंसान से जुड़ जाए तो ज
Shweta Soni
Loading...