Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Jul 2016 · 1 min read

*दुआ का असर*

आधार छंद-वाचिक भुजंगप्रयात
मापनी -122 122 122 122
दुआ का असर ये दुआ का असर है
लगे अब सुहानी सी हर इक डगर है
मिले क्यों खुशी गम के’ साये में’ हरदम
परेशां नज़र है परेशां बशर है
जहाँ साथ छोड़ा था’ तुमने हमारा
वहीँ पर अभी तक हमारा गुज़र है
तुम्हारी अदाओं का’ देखो नशा ये
कि बहकी हुई सी हरिक अब नज़र है
समूचा गगन लो हमारा हुआ ये हुआ प्रीत का अब मुकम्मल सफ़र है
धर्मेन्द्र अरोड़ा

521 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
■ होली का हुल्लड़...
■ होली का हुल्लड़...
*Author प्रणय प्रभात*
'आभार' हिन्दी ग़ज़ल
'आभार' हिन्दी ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
छोड़ दूं क्या.....
छोड़ दूं क्या.....
Ravi Ghayal
पुण्य धरा भारत माता
पुण्य धरा भारत माता
surenderpal vaidya
हाइकु : रोहित वेमुला की ’बलिदान’ आत्महत्या पर / मुसाफ़िर बैठा
हाइकु : रोहित वेमुला की ’बलिदान’ आत्महत्या पर / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
23/202. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/202. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
ये कैसा घर है. . .
ये कैसा घर है. . .
sushil sarna
पिता का गीत
पिता का गीत
Suryakant Dwivedi
मन बड़ा घबराता है
मन बड़ा घबराता है
Harminder Kaur
सत्य संकल्प
सत्य संकल्प
Shaily
दोस्ती
दोस्ती
Mukesh Kumar Sonkar
# महुआ के फूल ......
# महुआ के फूल ......
Chinta netam " मन "
बहुत दिनों के बाद दिल को फिर सुकून मिला।
बहुत दिनों के बाद दिल को फिर सुकून मिला।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
अपनी-अपनी दिवाली
अपनी-अपनी दिवाली
Dr. Pradeep Kumar Sharma
मैं हर महीने भीग जाती हूँ
मैं हर महीने भीग जाती हूँ
Artist Sudhir Singh (सुधीरा)
लिखते दिल के दर्द को
लिखते दिल के दर्द को
पूर्वार्थ
हमको इतनी आस बहुत है
हमको इतनी आस बहुत है
Dr. Alpana Suhasini
शेष कुछ
शेष कुछ
Dr.Priya Soni Khare
छप्पन भोग
छप्पन भोग
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
पैसा और ज़रूरत
पैसा और ज़रूरत
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
उनकी जब ये ज़ेह्न बुराई कर बैठा
उनकी जब ये ज़ेह्न बुराई कर बैठा
Anis Shah
गाछ (लोकमैथिली हाइकु)
गाछ (लोकमैथिली हाइकु)
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
सिंदूरी इस भोर ने, किरदार नया फ़िर मिला दिया ।
सिंदूरी इस भोर ने, किरदार नया फ़िर मिला दिया ।
Manisha Manjari
"उपकार"
Dr. Kishan tandon kranti
शीर्षक - संगीत
शीर्षक - संगीत
Neeraj Agarwal
आज का यथार्थ~
आज का यथार्थ~
दिनेश एल० "जैहिंद"
वक्त के लम्हों ने रुलाया है।
वक्त के लम्हों ने रुलाया है।
Taj Mohammad
कोई पूछे की ग़म है क्या?
कोई पूछे की ग़म है क्या?
Ranjana Verma
जीवन के हर युद्ध को,
जीवन के हर युद्ध को,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
*शराब का पहला दिन (कहानी)*
*शराब का पहला दिन (कहानी)*
Ravi Prakash
Loading...