Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Apr 2020 · 1 min read

दिल

?इतना दिल ?से ना लगाया करो मेरी ??बातो को?

कोई बात दिल❤ में रह गई तो हमे?? भुला ?नहीं पाओगे…!!?

3 Likes · 390 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
क्या जानते हो ----कुछ नही ❤️
क्या जानते हो ----कुछ नही ❤️
Rohit yadav
रमेशराज के पशु-पक्षियों से सम्बधित बाल-गीत
रमेशराज के पशु-पक्षियों से सम्बधित बाल-गीत
कवि रमेशराज
छल और फ़रेब करने वालों की कोई जाति नहीं होती,उनका जाति बहिष्
छल और फ़रेब करने वालों की कोई जाति नहीं होती,उनका जाति बहिष्
Shweta Soni
जहाँ सूर्य की किरण हो वहीं प्रकाश होता है,
जहाँ सूर्य की किरण हो वहीं प्रकाश होता है,
Ranjeet kumar patre
एक ही दिन में पढ़ लोगे
एक ही दिन में पढ़ लोगे
हिमांशु Kulshrestha
नहीं भुला पाएंगे मां तुमको, जब तक तन में प्राण
नहीं भुला पाएंगे मां तुमको, जब तक तन में प्राण
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
"जागरण"
Dr. Kishan tandon kranti
*
*"बीजणा" v/s "बाजणा"* आभूषण
लोककवि पंडित राजेराम संगीताचार्य
तुम हज़ार बातें कह लो, मैं बुरा न मानूंगा,
तुम हज़ार बातें कह लो, मैं बुरा न मानूंगा,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
हो नजरों में हया नहीं,
हो नजरों में हया नहीं,
Sanjay ' शून्य'
हार मानूंगा नही।
हार मानूंगा नही।
Rj Anand Prajapati
💐प्रेम कौतुक-167💐
💐प्रेम कौतुक-167💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
तीर'गी  तू  बता  रौशनी  कौन है ।
तीर'गी तू बता रौशनी कौन है ।
Neelam Sharma
नेताजी (कविता)
नेताजी (कविता)
Artist Sudhir Singh (सुधीरा)
मेरे हिसाब से
मेरे हिसाब से
*Author प्रणय प्रभात*
शर्द एहसासों को एक सहारा मिल गया
शर्द एहसासों को एक सहारा मिल गया
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
ईश्वर का रुप मां
ईश्वर का रुप मां
Keshi Gupta
आखों में नमी की कमी नहीं
आखों में नमी की कमी नहीं
goutam shaw
ईश्वर की महिमा...…..….. देवशयनी एकादशी
ईश्वर की महिमा...…..….. देवशयनी एकादशी
Neeraj Agarwal
प्यार कर रहा हूँ मैं - ग़ज़ल
प्यार कर रहा हूँ मैं - ग़ज़ल
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
3054.*पूर्णिका*
3054.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
किसी रोज मिलना बेमतलब
किसी रोज मिलना बेमतलब
Amit Pathak
चंचल मन
चंचल मन
Dinesh Kumar Gangwar
माँ कहने के बाद भला अब, किस समर्थ कुछ देने को,
माँ कहने के बाद भला अब, किस समर्थ कुछ देने को,
pravin sharma
मैं वो चीज़ हूं जो इश्क़ में मर जाऊंगी।
मैं वो चीज़ हूं जो इश्क़ में मर जाऊंगी।
Phool gufran
*होली का हवन (दस दोहे, एक मुक्तक)*
*होली का हवन (दस दोहे, एक मुक्तक)*
Ravi Prakash
दिल कि आवाज
दिल कि आवाज
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
दोहा -
दोहा -
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
Speciality comes from the new arrival .
Speciality comes from the new arrival .
Sakshi Tripathi
रिश्ता ऐसा हो,
रिश्ता ऐसा हो,
लक्ष्मी सिंह
Loading...