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29 Nov 2016 · 1 min read

दिल ये मेरी नज़र कर दे

दिल ये मेरी नज़र कर दे
मुझको मेरी ख़बर कर दे

दीवाना तुझको सदा रखूं
मुझमें ऐसा हुनर कर दे

जब- जब याद तेरी आये
गुलो-ख़ुश्बू सा असर कर दे

जगाके गम की नींदों से
इन रातों की सहर कर दे

छोड़ उलफत के निशां जाएं
अपना प्यार अमर कर दे

अपना घर बसा के दिल में
तू ख्वाबों का शहर कर दे

ज़रा जम- जम के बरस बादल
‘सरु’ की धानी चुनर कर दे

2 Comments · 418 Views
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