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11 Mar 2021 · 1 min read

दिल मेरा जल रहा

दिल मेरा
एक शमा सा
जल रहा है
आंसू मेरी आंख से
एक मोम के कतरे सा
पिघल रहा है
यह दिल जल जायेगा
आंसुओं का सारा दरिया
बह जायेगा तो
यह दिल एक बांध सा ढहकर
टूट जायेगा
आत्मा का सौंदर्य
सूख जायेगा
सब कुछ राख हो जायेगा
खाक में मिल जायेगा
इंसान तो नहीं फिर
आसमान से उतरकर
फरिश्ते आयेंगे उसके
अवशेषों को समेटकर
अपने संग ले जाने के
लिए।

मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001

Language: Hindi
248 Views
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