Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 May 2021 · 1 min read

दिल की आवाज

****दिल की आवाज ****
*********************

दिल से आई है आवाज,
बज रहा है प्यारा सा साज।

कोशिश कर ली बार हजार,
नहीं बनता है प्रेम का काज।

हो रहा है प्यार का एहसास,
मुझे आती है बताने में लाज।

आजकल रहता हूँ खामोश,
कहीं खुल न जाए छुपे राज।

जिंदगी है गमों से भरी पड़ी,
शायद यही होगा सिर ताज।

हिय में छायी हुई है उदासी,
आपे से बाहर हैं नखरे नाज।

मनसीरत पूरी हो गर मुराद,
नहीं चाहिए कोई भी दाज।
**********************
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)

Language: Hindi
1 Like · 306 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
यदि केवल बातों से वास्ता होता तो
यदि केवल बातों से वास्ता होता तो
Keshav kishor Kumar
#रोज़मर्रा
#रोज़मर्रा
*Author प्रणय प्रभात*
💐प्रेम कौतुक-437💐
💐प्रेम कौतुक-437💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
दिन भर रोशनी बिखेरता है सूरज
दिन भर रोशनी बिखेरता है सूरज
कवि दीपक बवेजा
!!! होली आई है !!!
!!! होली आई है !!!
जगदीश लववंशी
*अज्ञानी की कलम*
*अज्ञानी की कलम*
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी
शब्द : दो
शब्द : दो
abhishek rajak
बादलों की उदासी
बादलों की उदासी
Shweta Soni
पतझड़ और हम जीवन होता हैं।
पतझड़ और हम जीवन होता हैं।
Neeraj Agarwal
"माँ की ख्वाहिश"
Dr. Kishan tandon kranti
जब मैं तुमसे प्रश्न करूँगा,
जब मैं तुमसे प्रश्न करूँगा,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
आइना अपने दिल का साफ़ किया
आइना अपने दिल का साफ़ किया
Anis Shah
शिकारी संस्कृति के
शिकारी संस्कृति के
Sanjay ' शून्य'
2813. *पूर्णिका*
2813. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*देह बनाऊॅं धाम अयोध्या, मन में बसते राम हों (गीत)*
*देह बनाऊॅं धाम अयोध्या, मन में बसते राम हों (गीत)*
Ravi Prakash
कोई कितना
कोई कितना
Dr fauzia Naseem shad
कुछ करो ऐसा के अब प्यार सम्भाला जाये
कुछ करो ऐसा के अब प्यार सम्भाला जाये
shabina. Naaz
Under this naked sky, I wish to hold you in my arms tight.
Under this naked sky, I wish to hold you in my arms tight.
Manisha Manjari
जब तक लहू बहे रग- रग में
जब तक लहू बहे रग- रग में
शायर देव मेहरानियां
हे देवाधिदेव गजानन
हे देवाधिदेव गजानन
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
मैं माँ हूँ
मैं माँ हूँ
Arti Bhadauria
Go to bed smarter than when you woke up — Charlie Munger
Go to bed smarter than when you woke up — Charlie Munger
पूर्वार्थ
दोहा निवेदन
दोहा निवेदन
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
तारीफ आपका दिन बना सकती है
तारीफ आपका दिन बना सकती है
शेखर सिंह
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Mahendra Narayan
तर्जनी आक्षेेप कर रही विभा पर
तर्जनी आक्षेेप कर रही विभा पर
Suryakant Dwivedi
खंड 7
खंड 7
Rambali Mishra
World Blood Donar's Day
World Blood Donar's Day
Tushar Jagawat
अश्रुऔ की धारा बह रही
अश्रुऔ की धारा बह रही
Harminder Kaur
तुम्हारा घर से चला जाना
तुम्हारा घर से चला जाना
Dheerja Sharma
Loading...