Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Oct 2016 · 1 min read

दिया जलता रहा

दिया जलता रहा
सचमुच दिया जलता रहा
घनघोर स्याह रात थी
हॉ अमावस की रात थी
वो दिया जलता रहा
शायद उम्मीदो का दिया था
फक्र से जलता रहा
कही किसी मासूम गरीब की दिवाली
अंधेरे मे न बीत जाए
..वो दिया जलता रहा
कहीं कोई बेबस भूखा न से जाए
वो दिया जलता रहा ..
किसी की की ऑखे दर्द मे भीगी न रह जाए
वो दिया जलता रहा
सच ! उम्मीदो का दिया जलता रहा
निरन्तर जलता रहा
अथक जलता रहा
शुभ दीपावली

Language: Hindi
580 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
प्रकृति
प्रकृति
Bodhisatva kastooriya
हुस्न-ए-अदा
हुस्न-ए-अदा
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
युद्ध के बाद
युद्ध के बाद
लक्ष्मी सिंह
आकांक्षा तारे टिमटिमाते ( उल्का )
आकांक्षा तारे टिमटिमाते ( उल्का )
goutam shaw
गज़ल
गज़ल
सत्य कुमार प्रेमी
रंजीत कुमार शुक्ल
रंजीत कुमार शुक्ल
Ranjeet Kumar Shukla
💐प्रेम कौतुक-227💐
💐प्रेम कौतुक-227💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
आपके आसपास
आपके आसपास
Dr.Rashmi Mishra
दोहे- साँप
दोहे- साँप
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
आहट
आहट
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
नरसिंह अवतार
नरसिंह अवतार
Shashi kala vyas
बुलंदियों पर पहुंचाएगा इकदिन मेरा हुनर मुझे,
बुलंदियों पर पहुंचाएगा इकदिन मेरा हुनर मुझे,
प्रदीप कुमार गुप्ता
त्योहार
त्योहार
Dr. Pradeep Kumar Sharma
जो ज़िम्मेदारियों से बंधे होते हैं
जो ज़िम्मेदारियों से बंधे होते हैं
Paras Nath Jha
*युगपुरुष राम भरोसे लाल (नाटक)*
*युगपुरुष राम भरोसे लाल (नाटक)*
Ravi Prakash
हर रोज़
हर रोज़
Dr fauzia Naseem shad
इतिहास गवाह है ईस बात का
इतिहास गवाह है ईस बात का
Pramila sultan
सत्य की खोज
सत्य की खोज
Mukesh Kumar Sonkar
एक नज़र से ही मौहब्बत का इंतेखाब हो गया।
एक नज़र से ही मौहब्बत का इंतेखाब हो गया।
Phool gufran
■ भगवान भला करे वैज्ञानिकों का। 😊😊
■ भगवान भला करे वैज्ञानिकों का। 😊😊
*Author प्रणय प्रभात*
दुनिया तेज़ चली या मुझमे ही कम रफ़्तार थी,
दुनिया तेज़ चली या मुझमे ही कम रफ़्तार थी,
गुप्तरत्न
मेरे हर शब्द की स्याही है तू..
मेरे हर शब्द की स्याही है तू..
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
काफी है
काफी है
Basant Bhagawan Roy
मेरी जान बस रही तेरे गाल के तिल में
मेरी जान बस रही तेरे गाल के तिल में
Devesh Bharadwaj
जब तू रूठ जाता है
जब तू रूठ जाता है
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
Jaruri to nhi , jo riste dil me ho ,
Jaruri to nhi , jo riste dil me ho ,
Sakshi Tripathi
पर्दा हटते ही रोशनी में आ जाए कोई
पर्दा हटते ही रोशनी में आ जाए कोई
कवि दीपक बवेजा
घर एक मंदिर🌷
घर एक मंदिर🌷
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
23/48.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/48.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Loading...