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12 Sep 2021 · 1 min read

दिन बदन पर दिनभर

बांसुरी की एक मधुर धुन सी
बजाती है रात
दिन बदन पर
जगह जगह
दिनभर कंकड़ मारता रहता है
पागल है
सिरफिरा आशिक सा
जहां जहां मैं जाऊं
मेरे पीछे पीछे मेरी परछाई सा
चलता रहता है।

मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001

Language: Hindi
1 Like · 1 Comment · 296 Views
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