Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Oct 2021 · 1 min read

दहशत फैला रहा

दहशत फैला रहा (ग़ज़ल)
***********************

दहशती दहशत फैला रहा,
कुदरती कुदरत अब ना रहा।

रोक उसको वो है चल रहा,
फितरती फितरत में जा रहा।

वो सदा समझे खुद को खुदा,
आफती आफत है ढा रहा।

देखता उसको लाचार है,
हरकती हरकत में आ रहा।

रोज मनसीरत बदरंग है,
सिरफिरा काबू में ना रहा।
*********************
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)

163 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
सब्जियां सर्दियों में
सब्जियां सर्दियों में
Manu Vashistha
*अन्नप्राशन संस्कार और मुंडन संस्कार*
*अन्नप्राशन संस्कार और मुंडन संस्कार*
Ravi Prakash
शिव ही बनाते हैं मधुमय जीवन
शिव ही बनाते हैं मधुमय जीवन
कवि रमेशराज
हिन्दी दोहा-पत्नी
हिन्दी दोहा-पत्नी
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
सत्य साधना
सत्य साधना
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
"तेरी यादों ने दिया
*Author प्रणय प्रभात*
गोलू देवता मूर्ति स्थापना समारोह ।
गोलू देवता मूर्ति स्थापना समारोह ।
श्याम सिंह बिष्ट
जल प्रदूषण दुःख की है खबर
जल प्रदूषण दुःख की है खबर
Buddha Prakash
Meri Jung Talwar se nahin hai
Meri Jung Talwar se nahin hai
Ankita Patel
विकास
विकास
Dr. Pradeep Kumar Sharma
सवाल ये नहीं
सवाल ये नहीं
Dr fauzia Naseem shad
लोगों की फितरत का क्या कहें जनाब यहां तो,
लोगों की फितरत का क्या कहें जनाब यहां तो,
Yogendra Chaturwedi
जज़्बात-ए-दिल
जज़्बात-ए-दिल
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
लड़की किसी को काबिल बना गई तो किसी को कालिख लगा गई।
लड़की किसी को काबिल बना गई तो किसी को कालिख लगा गई।
Rj Anand Prajapati
ये दिल है जो तुम्हारा
ये दिल है जो तुम्हारा
Ram Krishan Rastogi
अखंड साँसें प्रतीक हैं, उद्देश्य अभी शेष है।
अखंड साँसें प्रतीक हैं, उद्देश्य अभी शेष है।
Manisha Manjari
*देह का दबाव*
*देह का दबाव*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
बहुत मशरूफ जमाना है
बहुत मशरूफ जमाना है
नूरफातिमा खातून नूरी
5. इंद्रधनुष
5. इंद्रधनुष
Rajeev Dutta
दिए जलाओ प्यार के
दिए जलाओ प्यार के
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
दो शे'र
दो शे'र
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
एक दिन
एक दिन
Harish Chandra Pande
मुझे क्रिकेट के खेल में कोई दिलचस्पी नही है
मुझे क्रिकेट के खेल में कोई दिलचस्पी नही है
ruby kumari
संघर्ष हमारा जीतेगा,
संघर्ष हमारा जीतेगा,
Shweta Soni
कदीमी याद
कदीमी याद
Sangeeta Beniwal
23/153.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/153.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मैं अर्जुन हूं
मैं अर्जुन हूं
Shriyansh Gupta
💐अज्ञात के प्रति-92💐
💐अज्ञात के प्रति-92💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
सी डी इस विपिन रावत
सी डी इस विपिन रावत
Satish Srijan
बाल दिवस विशेष- बाल कविता - डी के निवातिया
बाल दिवस विशेष- बाल कविता - डी के निवातिया
डी. के. निवातिया
Loading...