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11 Mar 2020 · 1 min read

दर्पण जैसा हो गया

आया जो भी सामने,हुआ उसी से प्यार !
दर्पण जैसा हो गया, उनका भी किरदार !!

चाहे जितनी हो खफा,नौका से पतवार !
माॆंझी खेवनहार तो,.. होता दरिया पार !!
रमेश शर्मा.

Language: Hindi
2 Likes · 1 Comment · 348 Views
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