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17 Apr 2019 · 1 min read

दर्द दामन में

दर्द दामन में छुपाना सीखिये
चोट खाकर मुस्कुराना सीखिये

मतलबी हर शै यहाँ पर जान तू
खार से भी दिल लगाना सीखिये

रौशनी को जो तरसते आ रहे
दीप उनके घर जलाना सीखिये

रूठ जाए यार गर तुमसे कभी
प्यार से उसको मनाना सीखिये

दर्द, खुशियाँ जो मिले तुमको यहाँ
बस उसी से घर सजाना सीखिये

– ‘अश्क़’

2 Likes · 437 Views
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