Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 May 2020 · 1 min read

-: { थोड़ा फासला रखना } :-

कभी वक़्त मिले तो , मेरे लिए भी कुछ वक़्त रखना,
डर नही रुसवाइयों का, वफ़ा और जफ़ा एक ही मिज़ान में रखना ,,

बहुत सी नज़रों के तीर , उड़ते हैं खुले आसमान में ,
तुम अपना लक्ष्य बस , अपने मुकाम पे रखना ,,

सब दिल में ज़हर लिए , फिरते हैं आज कल ,
किसी से अगर हाँथ मिलाओ, तो दिल में थोड़ा फासला रखना,,

हर तरफ़ फ़िज़ा में जाने क्यों, धुंआ धुंआ सा मंज़र हैं ,
तुम अपने साथ विस्वास का, दिया जला के रखना ,,

ना-शनासा बहुत मिलेंगे , तुम्हे तवील रास्ते के सफर में,
बस उस गली में , आवाज़-ए- पा चुप चाप रखना ,,

आज क़ामयाबी साथ नही दे रही , तो क्या हुआ एक रोज़ ,
तरक़्क़ी आसमा छुएगी , तुम अपने उम्मीदों का दरे-वा रखना,,

नही अच्छा लगता हैं मुझे अब, अपना कोई भी नाम ,
जो नाम तुमने दिया हैं , वही नाम सारी उम्र याद रखना ,,

Language: Hindi
5 Likes · 3 Comments · 364 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
क्या अब भी किसी पे, इतना बिखरती हों क्या ?
क्या अब भी किसी पे, इतना बिखरती हों क्या ?
The_dk_poetry
शुभकामना संदेश
शुभकामना संदेश
Rajni kapoor
लोग मुझे अक्सर अजीज समझ लेते हैं
लोग मुझे अक्सर अजीज समझ लेते हैं
सिद्धार्थ गोरखपुरी
मुक्तक
मुक्तक
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
सूने सूने से लगते हैं
सूने सूने से लगते हैं
Er. Sanjay Shrivastava
💐अज्ञात के प्रति-101💐
💐अज्ञात के प्रति-101💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
कितना अच्छा है मुस्कुराते हुए चले जाना
कितना अच्छा है मुस्कुराते हुए चले जाना
Rohit yadav
तेवर
तेवर
Dr. Pradeep Kumar Sharma
पर्यावरण
पर्यावरण
Manu Vashistha
सामाजिक न्याय
सामाजिक न्याय
Shekhar Chandra Mitra
फितरत
फितरत
लक्ष्मी सिंह
যখন হৃদয় জ্বলে, তখন প্রদীপ জ্বালানোর আর প্রয়োজন নেই, হৃদয়ে
যখন হৃদয় জ্বলে, তখন প্রদীপ জ্বালানোর আর প্রয়োজন নেই, হৃদয়ে
Sakhawat Jisan
खुदा कि दोस्ती
खुदा कि दोस्ती
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
चंद्रयान-3 / (समकालीन कविता)
चंद्रयान-3 / (समकालीन कविता)
ईश्वर दयाल गोस्वामी
2761. *पूर्णिका*
2761. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
हिन्दी की गाथा क्यों गाते हो
हिन्दी की गाथा क्यों गाते हो
Anil chobisa
करतल पर सबका लिखा ,सब भविष्य या भूत (कुंडलिया)
करतल पर सबका लिखा ,सब भविष्य या भूत (कुंडलिया)
Ravi Prakash
* माथा खराब है *
* माथा खराब है *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
दोहा त्रयी. . . सन्तान
दोहा त्रयी. . . सन्तान
sushil sarna
■ मिली-जुली ग़ज़ल
■ मिली-जुली ग़ज़ल
*Author प्रणय प्रभात*
असुर सम्राट भक्त प्रह्लाद – आविर्भाव का समय – 02
असुर सम्राट भक्त प्रह्लाद – आविर्भाव का समय – 02
Kirti Aphale
रख लेना तुम सम्भाल कर
रख लेना तुम सम्भाल कर
Pramila sultan
ये आँखे हट नही रही तेरे दीदार से, पता नही
ये आँखे हट नही रही तेरे दीदार से, पता नही
Tarun Garg
ज़िंदगी मायने बदल देगी
ज़िंदगी मायने बदल देगी
Dr fauzia Naseem shad
सांच कह्यां सुख होयस्यी,सांच समद को सीप।
सांच कह्यां सुख होयस्यी,सांच समद को सीप।
विमला महरिया मौज
यादें
यादें
Tarkeshwari 'sudhi'
The flames of your love persist.
The flames of your love persist.
Manisha Manjari
चूड़ियां
चूड़ियां
Madhavi Srivastava
"दिल बेकरार रहेगा"
Dr. Kishan tandon kranti
*नन्ही सी गौरीया*
*नन्ही सी गौरीया*
Shashi kala vyas
Loading...