Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Oct 2018 · 1 min read

थपकियाँ दे दे के यादों को सुला देते हैं

थपकियाँ दे दे के यादों को सुला देते हैं
आंखों आंखों में यूँ रातों को बिता देते हैं

भूल पाये न हम उनको हैं जुदा होकर भी
दूर हैं उनसे मगर दिल में दुआ देते हैं

जान अपनी वो लगा देते हराने में हमें
मुस्कुरा के ही उन्हें हम तो जला देते हैं

दर्द कहते न किसी से भी हमारे ये लब
आंखों के आँसू मगर हमको दगा देते हैं

हार के घिरते अँधेरे हैं अगर राहों में
हम वहां आस का इक दीप जला देते हैं

इश्क की कोई दवा देते नहीं चारागर
‘अर्चना ‘लोग भी दीवाना बता देते हैं

22-10-2018
डॉ अर्चना गुप्ता
मुरादाबाद

5 Likes · 1 Comment · 524 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr Archana Gupta
View all
You may also like:
अनंतनाग में शहीद हुए
अनंतनाग में शहीद हुए
Harminder Kaur
होली का त्यौहार
होली का त्यौहार
Kavita Chouhan
" धरती का क्रोध "
Saransh Singh 'Priyam'
सिसकियाँ
सिसकियाँ
Dr. Kishan tandon kranti
कोई मिले जो  गले लगा ले
कोई मिले जो गले लगा ले
दुष्यन्त 'बाबा'
दुर्जन ही होंगे जो देंगे दुर्जन का साथ ,
दुर्जन ही होंगे जो देंगे दुर्जन का साथ ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
मौसम का क्या मिजाज है मत पूछिए जनाब।
मौसम का क्या मिजाज है मत पूछिए जनाब।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
घूंटती नारी काल पर भारी ?
घूंटती नारी काल पर भारी ?
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
अम्बर में अनगिन तारे हैं।
अम्बर में अनगिन तारे हैं।
Anil Mishra Prahari
जै जै अम्बे
जै जै अम्बे
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
स्वयं को तुम सम्मान दो
स्वयं को तुम सम्मान दो
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
"Always and Forever."
Manisha Manjari
बाल कविता: वर्षा ऋतु
बाल कविता: वर्षा ऋतु
Rajesh Kumar Arjun
फितरत
फितरत
Srishty Bansal
Apne yeh toh suna hi hoga ki hame bado ki respect karni chah
Apne yeh toh suna hi hoga ki hame bado ki respect karni chah
Divija Hitkari
ज्ञानी उभरे ज्ञान से,
ज्ञानी उभरे ज्ञान से,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
गीतिका
गीतिका
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
रुके ज़माना अगर यहां तो सच छुपना होगा।
रुके ज़माना अगर यहां तो सच छुपना होगा।
Phool gufran
ज़िंदगी ख़ुद ब ख़ुद
ज़िंदगी ख़ुद ब ख़ुद
Dr fauzia Naseem shad
कभी उसकी कदर करके देखो,
कभी उसकी कदर करके देखो,
पूर्वार्थ
नए मुहावरे का चाँद
नए मुहावरे का चाँद
Dr MusafiR BaithA
अदालत में क्रन्तिकारी मदनलाल धींगरा की सिंह-गर्जना
अदालत में क्रन्तिकारी मदनलाल धींगरा की सिंह-गर्जना
कवि रमेशराज
ठहर जा, एक पल ठहर, उठ नहीं अपघात कर।
ठहर जा, एक पल ठहर, उठ नहीं अपघात कर।
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
मुहब्बत
मुहब्बत
अखिलेश 'अखिल'
याद रखेंगे सतत चेतना, बनकर राष्ट्र-विभाजन को (मुक्तक)
याद रखेंगे सतत चेतना, बनकर राष्ट्र-विभाजन को (मुक्तक)
Ravi Prakash
अधूरी
अधूरी
Naushaba Suriya
जो ना कहता है
जो ना कहता है
Otteri Selvakumar
23/36.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/36.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*अज्ञानी की मन गण्ड़त*
*अज्ञानी की मन गण्ड़त*
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Neelam Sharma
Loading...