Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Jul 2017 · 1 min read

तोहसे करीं प्रीत ऐतना…

तोहसे करीं प्रीत केतना, कईसे बताई जान हो 3
तोहके न पाईब त पागल हो जाईब 2
अधरे में छुटी प्रान हो।

हमहू करीं प्रीत ऐतना, तुही मोर जीऊवा जहान हो। 2
बारीक ई नेहिया के डोर सजनवाँ, टूटे ना प्रीत के सपनवाँ
सपना सजाद बनाल दुल्हिनीया,
पुराद तु मोर अरमनवाँ,
प्रीत रंग गोरी तोहरे अंग – अंग में घुलल
रोम – रोम करे इजहार हो
हमहुँ करीं प्रीत ऐतना, तुहीं मोर जीऊवा जहान हो।
रहिया में तोहरे बीछाईब सनेहिया,
प्रीतवा के घेरी बदरीया,
मंगीया सजाईब पुराईब सपनवाँ
तोहपे निछावर जिनीगीया।.
अंगवा लगाल सजाद सनेहिया, बरसाद प्रीत के बदरवा,
बिन तोहरे लागे कतहु नाहीं मनवा
तुही मोर जिनगी सजनवाँ
का हम बताई तोहे जीयरा के हालत
तोहसे सजल संसार हो
हमहुँ करीं प्रीत एतना , तुहीं मोर जीऊवा जहान हो।
©® पं.संजीव शुक्ल “सचिन”

Language: Hindi
Tag: गीत
201 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from संजीव शुक्ल 'सचिन'
View all
You may also like:
गवाह तिरंगा बोल रहा आसमान 🇮🇳
गवाह तिरंगा बोल रहा आसमान 🇮🇳
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
ससुराल गेंदा फूल
ससुराल गेंदा फूल
Seema gupta,Alwar
संकल्प
संकल्प
Vedha Singh
बिहार में डॉ अम्बेडकर का आगमन : MUSAFIR BAITHA
बिहार में डॉ अम्बेडकर का आगमन : MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
बीजारोपण
बीजारोपण
आर एस आघात
विश्व कविता दिवस
विश्व कविता दिवस
विजय कुमार अग्रवाल
दीवारें ऊँचीं हुईं, आँगन पर वीरान ।
दीवारें ऊँचीं हुईं, आँगन पर वीरान ।
Arvind trivedi
चलो कल चाय पर मुलाक़ात कर लेंगे,
चलो कल चाय पर मुलाक़ात कर लेंगे,
गुप्तरत्न
"तेरी याद"
Pushpraj Anant
*तुम और  मै धूप - छाँव  जैसे*
*तुम और मै धूप - छाँव जैसे*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
तुम्हारी हँसी......!
तुम्हारी हँसी......!
Awadhesh Kumar Singh
मैं तो महज संघर्ष हूँ
मैं तो महज संघर्ष हूँ
VINOD CHAUHAN
कहानी ( एक प्यार ऐसा भी )
कहानी ( एक प्यार ऐसा भी )
श्याम सिंह बिष्ट
खास हो तुम
खास हो तुम
Satish Srijan
"रंग भर जाऊँ"
Dr. Kishan tandon kranti
किताब का दर्द
किताब का दर्द
Dr. Man Mohan Krishna
*ऐसा युग भी आएगा*
*ऐसा युग भी आएगा*
Harminder Kaur
💐अज्ञात के प्रति-79💐
💐अज्ञात के प्रति-79💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
मुझको अपनी शरण में ले लो हे मनमोहन हे गिरधारी
मुझको अपनी शरण में ले लो हे मनमोहन हे गिरधारी
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
सफर या रास्ता
सफर या रास्ता
Manju Singh
पैसा सौगात के नाम पर बंटे
पैसा सौगात के नाम पर बंटे
*Author प्रणय प्रभात*
यशस्वी भव
यशस्वी भव
मनोज कर्ण
पता ही नहीं चला
पता ही नहीं चला
Surinder blackpen
वादे खिलाफी भी कर,
वादे खिलाफी भी कर,
Mahender Singh Manu
अपराधियों ने जमा ली सियासत में पैठ
अपराधियों ने जमा ली सियासत में पैठ
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
🎊🎉चलो आज पतंग उड़ाने
🎊🎉चलो आज पतंग उड़ाने
Shashi kala vyas
अंधा इश्क
अंधा इश्क
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
जिंदगी क्या है?
जिंदगी क्या है?
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
रिश्ते (एक अहसास)
रिश्ते (एक अहसास)
umesh mehra
*संस्मरण*
*संस्मरण*
Ravi Prakash
Loading...