तेरे वादे से फिरूं
१.
तेरे वादे से फिरूं
क़यामत आ जाए
तेरी राह से फिरूं
जिन्दगी की शाम हो जाए
२.
चक्रव्यूह में फंसी सभी आत्माएं
मोह का चक्रजाल है डसे सभी को
चाहकर भी राह सूझती नहीं
के खुदा अपनी आगोश में ले हमें
१.
तेरे वादे से फिरूं
क़यामत आ जाए
तेरी राह से फिरूं
जिन्दगी की शाम हो जाए
२.
चक्रव्यूह में फंसी सभी आत्माएं
मोह का चक्रजाल है डसे सभी को
चाहकर भी राह सूझती नहीं
के खुदा अपनी आगोश में ले हमें