Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Feb 2017 · 1 min read

तेरे बिन

बिन तेरे
तेरी यादों में
मुमकिन है…
मैं जी जाऊँ
बेखबर हूँ… ये भी हो सकता है
पूरी तरह बिखर जाऊँ !

ढह रहा
सपनों का घर
मुमकिन है…
आँसू पी जाऊँ !
बेखबर हूँ… ये भी हो सकता है
संग आँसुओं के बह जाऊँ !

घायल अपनी
यादों के पन्ने
मुमकिन है
बँद कर पाऊँ
बेखबर हूँ… ये भी हो सकता है
किताब पूरी पढ़ जाऊँ ! !

अंजु गुप्ता

Language: Hindi
239 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
आईना
आईना
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
क्या देखा है मैंने तुझमें?....
क्या देखा है मैंने तुझमें?....
Amit Pathak
हरि हृदय को हरा करें,
हरि हृदय को हरा करें,
sushil sarna
निगाहें
निगाहें
Shyam Sundar Subramanian
मैं जिसको ढूंढ रहा था वो मिल गया मुझमें
मैं जिसको ढूंढ रहा था वो मिल गया मुझमें
Aadarsh Dubey
"दान"
Dr. Kishan tandon kranti
#शुभरात्रि
#शुभरात्रि
आर.एस. 'प्रीतम'
ज़िंदगी की कड़वाहट से ज़्यादा तल्ख़ी कोई दूसरी नहीं। आदत डाल ली
ज़िंदगी की कड़वाहट से ज़्यादा तल्ख़ी कोई दूसरी नहीं। आदत डाल ली
*Author प्रणय प्रभात*
नारी
नारी
Acharya Rama Nand Mandal
*चुनावी कुंडलिया*
*चुनावी कुंडलिया*
Ravi Prakash
2263.
2263.
Dr.Khedu Bharti
**कुछ तो कहो**
**कुछ तो कहो**
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
किताबें भी बिल्कुल मेरी तरह हैं
किताबें भी बिल्कुल मेरी तरह हैं
Vivek Pandey
जीवन में सबसे मूल्यवान अगर मेरे लिए कुछ है तो वह है मेरा आत्
जीवन में सबसे मूल्यवान अगर मेरे लिए कुछ है तो वह है मेरा आत्
Dr Tabassum Jahan
बाक़ी है..!
बाक़ी है..!
Srishty Bansal
ख्वाइश है …पार्ट -१
ख्वाइश है …पार्ट -१
Vivek Mishra
ये दिन है भारत को विश्वगुरु होने का,
ये दिन है भारत को विश्वगुरु होने का,
शिव प्रताप लोधी
सावन आया
सावन आया
Neeraj Agarwal
🥀*अज्ञानीकी कलम*🥀
🥀*अज्ञानीकी कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
तुझको को खो कर मैंने खुद को पा लिया है।
तुझको को खो कर मैंने खुद को पा लिया है।
Vishvendra arya
निगाहें के खेल में
निगाहें के खेल में
Surinder blackpen
मैं साहिल पर पड़ा रहा
मैं साहिल पर पड़ा रहा
Sahil Ahmad
झूठ के सागर में डूबते आज के हर इंसान को देखा
झूठ के सागर में डूबते आज के हर इंसान को देखा
Er. Sanjay Shrivastava
वो मुझ को
वो मुझ को "दिल" " ज़िगर" "जान" सब बोलती है मुर्शद
Vishal babu (vishu)
#justareminderekabodhbalak
#justareminderekabodhbalak
DR ARUN KUMAR SHASTRI
When you realize that you are the only one who can lift your
When you realize that you are the only one who can lift your
Manisha Manjari
मेहनत और अभ्यास
मेहनत और अभ्यास
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
यह प्यार झूठा है
यह प्यार झूठा है
gurudeenverma198
दादी की कहानी (कविता)
दादी की कहानी (कविता)
दुष्यन्त 'बाबा'
मनमोहिनी प्रकृति, क़ी गोद मे ज़ा ब़सा हैं।
मनमोहिनी प्रकृति, क़ी गोद मे ज़ा ब़सा हैं।
कार्तिक नितिन शर्मा
Loading...