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8 Sep 2021 · 1 min read

तेरी ही इक इबारत हूँ

इश्क़ हूँ ,
इबादत हूँ ,
मोहब्ब्त हूँ ,
रहमत हूँ ख़ुदा की, क़यामत हूँ ।
दिल्लगी हूँ ,
आरज़ू हूँ ,
नज़ाकत हूँ ,
सौगात हूँ अमन की, अमानत हूँ ।
स्वर हूँ ,
सरगम हूँ ,
साज़ हूँ ,
इन्द्रधनुष के ,
प्रीत रंगों में रँगी ,
तेरी ही इक इबारत हूँ।

© डॉ० प्रतिभा ‘माही’ पंचकूला

Language: Hindi
2 Likes · 365 Views
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