Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Feb 2017 · 1 min read

तेरी यादें

तेरी यादे बहुत सताती है,तडंपाती कभी रूलाती है |
मेरे सपने आके तू यारा,हंस हंस कर बहुत सताती है||

मे का दिल मे तू ही तो वसती है,सारी दुनिया भी मुझपे हँसती है |
फिर भी मुझको तू क्यो रूलाती है,तेरी यादे बहुत सताती है||

तेरा ही तो मेरा जीवन है,जन्मो जन्मो का ये भी बंधन है
पास आ जा लगा ले तू,दूर जाके तू क्यो रूलाती है||

बेबफा कृष्णा कह नही सकता,तेरे बगैर रह नही सकता|
मेरे ख्वाबो मे तू हंसाती है,तेरी यादे बहुत सताती है||

447 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
जिंदगी का हिसाब
जिंदगी का हिसाब
Surinder blackpen
संकल्प का अभाव
संकल्प का अभाव
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
(दम)
(दम)
महेश कुमार (हरियाणवी)
सदा प्रसन्न रहें जीवन में, ईश्वर का हो साथ।
सदा प्रसन्न रहें जीवन में, ईश्वर का हो साथ।
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
💐प्रेम कौतुक-480💐
💐प्रेम कौतुक-480💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
होली कान्हा संग
होली कान्हा संग
Kanchan Khanna
3105.*पूर्णिका*
3105.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
जो आपका गुस्सा सहन करके भी आपका ही साथ दें,
जो आपका गुस्सा सहन करके भी आपका ही साथ दें,
Ranjeet kumar patre
अहमियत हमसे
अहमियत हमसे
Dr fauzia Naseem shad
शक्ति का पूंजी मनुष्य की मनुष्यता में है।
शक्ति का पूंजी मनुष्य की मनुष्यता में है।
प्रेमदास वसु सुरेखा
तू सच में एक दिन लौट आएगी मुझे मालूम न था…
तू सच में एक दिन लौट आएगी मुझे मालूम न था…
Anand Kumar
करगिल विजय दिवस
करगिल विजय दिवस
Neeraj Agarwal
......?
......?
शेखर सिंह
नए मुहावरे में बुरी औरत / MUSAFIR BAITHA
नए मुहावरे में बुरी औरत / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
सच्चे इश्क़ का नाम... राधा-श्याम
सच्चे इश्क़ का नाम... राधा-श्याम
Srishty Bansal
माँ
माँ
संजय कुमार संजू
भारत का सिपाही
भारत का सिपाही
आनन्द मिश्र
मेरे लिखने से भला क्या होगा कोई पढ़ने वाला तो चाहिए
मेरे लिखने से भला क्या होगा कोई पढ़ने वाला तो चाहिए
DrLakshman Jha Parimal
ये धोखेबाज लोग
ये धोखेबाज लोग
gurudeenverma198
एक बात तो,पक्की होती है मेरी,
एक बात तो,पक्की होती है मेरी,
Dr. Man Mohan Krishna
-- ग़दर 2 --
-- ग़दर 2 --
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
पिरामिड -यथार्थ के रंग
पिरामिड -यथार्थ के रंग
sushil sarna
जगत कंटक बिच भी अपनी वाह है |
जगत कंटक बिच भी अपनी वाह है |
Pt. Brajesh Kumar Nayak
मां रिश्तों में सबसे जुदा सी होती है।
मां रिश्तों में सबसे जुदा सी होती है।
Taj Mohammad
शादीशुदा🤵👇
शादीशुदा🤵👇
डॉ० रोहित कौशिक
दलदल में फंसी
दलदल में फंसी
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
*दिखे जो पोल जिसकी भी, उसी की खोलना सीखो【हिंदी गजल/गीतिका】*
*दिखे जो पोल जिसकी भी, उसी की खोलना सीखो【हिंदी गजल/गीतिका】*
Ravi Prakash
तुम्हें कब ग़ैर समझा है,
तुम्हें कब ग़ैर समझा है,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
चमन
चमन
Bodhisatva kastooriya
खुद को परोस कर..मैं खुद को खा गया
खुद को परोस कर..मैं खुद को खा गया
सिद्धार्थ गोरखपुरी
Loading...