Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 May 2017 · 1 min read

तेरी आंखे

तेरी आंखें

तेरी आंखों की क्या तारीफ करूं ।
ये हैं गहरी झील सनम
सोचता हूं इनमें डूब मरूं
तेरी आंखों की गहराई का
शायद कोई अन्त नही
नीली-नीली इन आंखों में
समुन्द्र लगते हैं कई
दिल चाहता है समुन्द्र में उतर
जी भर आज गोते लगा लूं ।
तेरी आंखों की क्या तारीफ करूं ।
-0-
नवल पाल प्रभाकर

Language: Hindi
607 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
इस नदी की जवानी गिरवी है
इस नदी की जवानी गिरवी है
Sandeep Thakur
अकेले चलने की तो ठानी थी
अकेले चलने की तो ठानी थी
Dr.Kumari Sandhya
*संपूर्ण रामचरितमानस का पाठ/ दैनिक रिपोर्ट*
*संपूर्ण रामचरितमानस का पाठ/ दैनिक रिपोर्ट*
Ravi Prakash
अछूत....
अछूत....
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
जरूरत के हिसाब से ही
जरूरत के हिसाब से ही
Dr Manju Saini
*स्वर्ग तुल्य सुन्दर सा है परिवार हमारा*
*स्वर्ग तुल्य सुन्दर सा है परिवार हमारा*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
कमियाॅं अपनों में नहीं
कमियाॅं अपनों में नहीं
Harminder Kaur
आकुल बसंत!
आकुल बसंत!
Neelam Sharma
शिकवा गिला शिकायतें
शिकवा गिला शिकायतें
Dr fauzia Naseem shad
8) “चन्द्रयान भारत की शान”
8) “चन्द्रयान भारत की शान”
Sapna Arora
चंद्रयान-3
चंद्रयान-3
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
॰॰॰॰॰॰यू॰पी की सैर॰॰॰॰॰॰
॰॰॰॰॰॰यू॰पी की सैर॰॰॰॰॰॰
Dr. Vaishali Verma
अहंकार अभिमान रसातल की, हैं पहली सीढ़ी l
अहंकार अभिमान रसातल की, हैं पहली सीढ़ी l
Shyamsingh Lodhi (Tejpuriya)
💐अज्ञात के प्रति-139💐
💐अज्ञात के प्रति-139💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
समझौता
समझौता
Sangeeta Beniwal
नौका विहार
नौका विहार
Dr Parveen Thakur
सुमति
सुमति
Dr. Pradeep Kumar Sharma
तेरी सादगी को निहारने का दिल करता हैं ,
तेरी सादगी को निहारने का दिल करता हैं ,
Vishal babu (vishu)
#आत्मीय_मंगलकामनाएं
#आत्मीय_मंगलकामनाएं
*Author प्रणय प्रभात*
वृक्षों के उपकार....
वृक्षों के उपकार....
डॉ.सीमा अग्रवाल
राष्ट्र पिता महात्मा गाँधी
राष्ट्र पिता महात्मा गाँधी
लक्ष्मी सिंह
बे मन सा इश्क और बात बेमन का
बे मन सा इश्क और बात बेमन का
सिद्धार्थ गोरखपुरी
खामोश अवशेष ....
खामोश अवशेष ....
sushil sarna
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
"सफलता कुछ करने या कुछ पाने में नहीं बल्कि अपनी सम्भावनाओं क
पूर्वार्थ
गलतियां ही सिखाती हैं
गलतियां ही सिखाती हैं
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
कान्हा
कान्हा
Mamta Rani
2981.*पूर्णिका*
2981.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Love yourself
Love yourself
आकांक्षा राय
Loading...