Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Aug 2021 · 1 min read

तेरा रुठना आज,

तेरा रूठना आज भी याद है मुझे
छोटी छोटी बातों पर झगड़ना
आज भी याद है मुझे
कैसे मै तुम्हे गिफ्ट देकर मनाया करता था
और मेरे गिफ्ट को देखकर तुम
अजीब सा मुंह बनाया करती थी
थोड़ी देर झूठी झूठी गुस्सा दिखाकर
फिर झट से मान जाया करती थी
ये सब आज भी याद है मुझें
जानता हूँ की अब तुम किसी
और ही दुनिया मे जा चुकी हो
जहाँ मेरा तुमसे और तुम्हारा मुझसे
मिलना मुमकिन नही
पर क्या करू तुम्हारी यादे
आज भी मुझे रुलाती है
करता हु जीने की कोशीश
लेकिन ये यादे मुझसे
नहीं भुलायी जाती है
तेरी हर छोटी छोटी बात
आज भी याद है मुझे
तेरी हर बात आज भी
याद है मुझें

श्री रावत,,,,

Language: Hindi
2 Likes · 264 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
जब कभी  मिलने आओगे
जब कभी मिलने आओगे
Dr Manju Saini
एक गुल्लक रख रखी है मैंने,अपने सिरहाने,बड़ी सी...
एक गुल्लक रख रखी है मैंने,अपने सिरहाने,बड़ी सी...
पूर्वार्थ
" पहला खत "
Aarti sirsat
चांद कहां रहते हो तुम
चांद कहां रहते हो तुम
Surinder blackpen
करवाचौथ
करवाचौथ
Satish Srijan
प्यार की दिव्यता
प्यार की दिव्यता
Seema gupta,Alwar
*
*"ममता"* पार्ट-4
Radhakishan R. Mundhra
बदरा बरसे
बदरा बरसे
Dr. Kishan tandon kranti
💐प्रेम कौतुक-308💐
💐प्रेम कौतुक-308💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
अंतिम साँझ .....
अंतिम साँझ .....
sushil sarna
कभी- कभी
कभी- कभी
Harish Chandra Pande
नेह निमंत्रण नयनन से, लगी मिलन की आस
नेह निमंत्रण नयनन से, लगी मिलन की आस
पंकज पाण्डेय सावर्ण्य
"भावना" इतनी
*Author प्रणय प्रभात*
तुम्हारी कहानी
तुम्हारी कहानी
PRATIK JANGID
हाथ माखन होठ बंशी से सजाया आपने।
हाथ माखन होठ बंशी से सजाया आपने।
लक्ष्मी सिंह
Forgive everyone 🙂
Forgive everyone 🙂
Vandana maurya
प्रभु श्रीराम पधारेंगे
प्रभु श्रीराम पधारेंगे
Dr. Upasana Pandey
युग बीते और आज भी ,
युग बीते और आज भी ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
दीप शिखा सी जले जिंदगी
दीप शिखा सी जले जिंदगी
Suryakant Dwivedi
साहिल समंदर के तट पर खड़ी हूँ,
साहिल समंदर के तट पर खड़ी हूँ,
Sahil Ahmad
गीतिका
गीतिका
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
गम खास होते हैं
गम खास होते हैं
ruby kumari
*किस्मत में यार नहीं होता*
*किस्मत में यार नहीं होता*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
हमारे बाद भी चलती रहेगी बहारें
हमारे बाद भी चलती रहेगी बहारें
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
जल जंगल जमीन जानवर खा गया
जल जंगल जमीन जानवर खा गया
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
हमारा प्रेम
हमारा प्रेम
अंजनीत निज्जर
जिंदगी के कोरे कागज पर कलम की नोक ज्यादा तेज है...
जिंदगी के कोरे कागज पर कलम की नोक ज्यादा तेज है...
कवि दीपक बवेजा
एकादशी
एकादशी
Shashi kala vyas
ख़ुद को मुर्दा शुमार मत करना
ख़ुद को मुर्दा शुमार मत करना
Dr fauzia Naseem shad
*डॉ. विश्व अवतार जैमिनी की बाल कविताओं का सौंदर्य*
*डॉ. विश्व अवतार जैमिनी की बाल कविताओं का सौंदर्य*
Ravi Prakash
Loading...