तेरा-मेरा साथ
मेरे प्यार का पैग़ाम सुनकर, ये जमाना चौंक गया ।
मुँह में बददुआ दबाकर, ताली बजाता रह गया ।।
लाल घाँघरा पहनकर, जब तुम्हारा दीदार हुआ ।
मेरी तकदीर लिखने बाले का, ख़ुदा भी गुलाम हो गया ।
कोई मुझे तोहफ़ा दे, कोई मुझे दाद दे ।
तूने मेरा हाथ पकड़ा, मैं आफ़ताब हो गया ।।
मैं तेरा हाथ पकड़कर, तेरे पीछे चल रहा था ।
तूने मेरी ऊँगली दबाई, जमाना हाथ मलता रह गया ।।
कुछ हुए बीमार तो, कुछ का इंतकाल हो गया ।
मेरी चौखट पर तेरे पैर देखकर, ये शहर सदमें में हो गया ।।
मेरी हुई तकरार तुझसे, मुद्दा उछलकर आगे बढ़ गया ।
वो तेरी शरारत थी, ज़माना ख़ुशी से पागल हो गया ।।
जब तेरी डीपी लगाई, मेरा स्टेटस वाइरल हो गया ।
खुदखुशी की खबरें सुनकर, मेरा अकाउंट डिलीट हो गया।।