Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Nov 2018 · 1 min read

तेरा कहना माँ ! बहुत याद आता है

तेरा कहना माँ! बहुत याद आता है
**************************
तेरी आँखें खुलते ही,रोज सुबह सबको जगाना
“चल फ्रेश हो जा’ तेरा कहना,तब जैसे लगता था ताना
भईया से झगडे़ पर,तेरा रसोई से चिल्लाना
सरदर्द होते हुए भी ‘चल तेरी पसंद का नाश्ता बनाया है’
तेरा यह कहना,माँ!बहुत याद आता है|

आटा सने हाथों से,स्कूल जाते तेरा टाटा कहना
कम नम्बर आया तो ‘कलछी से पीटुँगी’,ये रटा करना
एक भी दिन न खाऊँ तो तेरा सारा घर सर पर उठा लेना
‘किसी ने कुछ कहा क्या’,’तबियत तो ठीक है”कुछ तो बता दे न!’
तेरा यह कहना माँ!बहुत याद आता है|

हर फरमाईश पर तुझसे,मेरा मुँह फुलाना
‘नही हो पाएगा इस महीने’,कहकर भी दिलाना
मेरे बालों से जूँ निकालने के बहाने,बरामदे में बिठाना
और अंत मे मेरी चोटी बनाकर,’समझ गई न!’
तेरा यह कहना माँ!बहुत याद आता है|

तब लगता था, युँ ही बोलती हैं, माँओं काम ही है घर-गृहस्थी बताना
अकबर-बाबर,अल्फा-बीटा,noun- pronoun
रोज़मर्रा कितनी काम आई,ये तो अब पता चला न!
‘सिखाने को हमेशा मै न रहुँगी,अच्छे से सीखना’-
तेरा यह कहना माँ!बहुत याद आता है।
@anita mahto@

5 Likes · 28 Comments · 421 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
जय जय भोलेनाथ की, जय जय शम्भूनाथ की
जय जय भोलेनाथ की, जय जय शम्भूनाथ की
gurudeenverma198
हिंदी दोहा बिषय- बेटी
हिंदी दोहा बिषय- बेटी
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
नारी शक्ति का सम्मान🙏🙏
नारी शक्ति का सम्मान🙏🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
💐प्रेम कौतुक-408💐
💐प्रेम कौतुक-408💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
ढलती हुई दीवार ।
ढलती हुई दीवार ।
Manisha Manjari
#मेरा_जीवन-
#मेरा_जीवन-
*Author प्रणय प्रभात*
प्यार है रब की इनायत या इबादत क्या है।
प्यार है रब की इनायत या इबादत क्या है।
सत्य कुमार प्रेमी
कुछ समझ में ही नहीं आता कि मैं अब क्या करूँ ।
कुछ समझ में ही नहीं आता कि मैं अब क्या करूँ ।
Neelam Sharma
*** अरमान....!!! ***
*** अरमान....!!! ***
VEDANTA PATEL
बाबा साहेब अम्बेडकर / मुसाफ़िर बैठा
बाबा साहेब अम्बेडकर / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
ऋषि मगस्तय और थार का रेगिस्तान (पौराणिक कहानी)
ऋषि मगस्तय और थार का रेगिस्तान (पौराणिक कहानी)
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
हम कितने आजाद
हम कितने आजाद
लक्ष्मी सिंह
प्रथम शैलपुत्री
प्रथम शैलपुत्री
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
_सुविचार_
_सुविचार_
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
फूल से आशिकी का हुनर सीख ले
फूल से आशिकी का हुनर सीख ले
Surinder blackpen
बाल कविता: मेलों का मौसम है आया
बाल कविता: मेलों का मौसम है आया
Ravi Prakash
(साक्षात्कार) प्रमुख तेवरीकार रमेशराज से प्रसिद्ध ग़ज़लकार मधुर नज़्मी की अनौपचारिक बातचीत
(साक्षात्कार) प्रमुख तेवरीकार रमेशराज से प्रसिद्ध ग़ज़लकार मधुर नज़्मी की अनौपचारिक बातचीत
कवि रमेशराज
2303.पूर्णिका
2303.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
एहसास पर लिखे अशआर
एहसास पर लिखे अशआर
Dr fauzia Naseem shad
*लाल सरहद* ( 13 of 25 )
*लाल सरहद* ( 13 of 25 )
Kshma Urmila
न जाने कहा‌ँ दोस्तों की महफीले‌ं खो गई ।
न जाने कहा‌ँ दोस्तों की महफीले‌ं खो गई ।
Yogendra Chaturwedi
बड़ा ही सुकूँ देगा तुम्हें
बड़ा ही सुकूँ देगा तुम्हें
ruby kumari
कीमत
कीमत
Ashwani Kumar Jaiswal
प्याकको ह्याङ्गओभर
प्याकको ह्याङ्गओभर
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
मत देख कि कितनी बार  हम  तोड़े  जाते  हैं
मत देख कि कितनी बार हम तोड़े जाते हैं
Anil Mishra Prahari
यादों का थैला लेकर चले है
यादों का थैला लेकर चले है
Harminder Kaur
हुआ बुद्ध धम्म उजागर ।
हुआ बुद्ध धम्म उजागर ।
Buddha Prakash
मेरे सपनों में आओ . मेरे प्रभु जी
मेरे सपनों में आओ . मेरे प्रभु जी
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
समय सीमित है इसलिए इसे किसी और के जैसे जिंदगी जीने में व्यर्
समय सीमित है इसलिए इसे किसी और के जैसे जिंदगी जीने में व्यर्
Shashi kala vyas
"याद रखें"
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...