Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Feb 2017 · 1 min read

तेज धूप, और तेज बारिश

तेज धूप, और तेज बारिश में
घूमने का मजा शायद लिया होगा
न बारिश गर्मी लगने देती है,
न धूप बाहर घूमने देती है !!

हवा भी मस्त होती है,
जब बारिश तेज होती है
तेज धूप में वो हवा भी
शायद हवा हो जाती है !!

सकूं दे जाती है वो बसंत बहार
जब नए नए पते शाख पर आते हैं
जैसे कोमल मन पर एक सुलझे
हुए इंसान के प्रवचन छाते हैं !!

प्रक्रति का यह संचार सुहाना है
जीवन में उमंग का फिर आना है
फिर वो फुहार, और तपिश सूरज की
जीवन को नया गीत फिर सुनाना है !!

चेह्कती चिडिया ची ची कर हैं नभ में
जब मेरी नजर पड़ती हैं उन सब पे
इक सोच सी उठ जाती है रह रह कर मन में
“अजीत” कितना अच्छा होता, तू भी होता इन सब में !!

अजीत तलवार
मेरठ
Posted by ajeet kav

Language: Hindi
223 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
View all
You may also like:
गर्मी की छुट्टियां
गर्मी की छुट्टियां
Manu Vashistha
भँवर में जब कभी भी सामना मझदार का होना
भँवर में जब कभी भी सामना मझदार का होना
अंसार एटवी
एक शाम ठहर कर देखा
एक शाम ठहर कर देखा
Kunal Prashant
तू सरिता मै सागर हूँ
तू सरिता मै सागर हूँ
Satya Prakash Sharma
क्या मणिपुर बंगाल क्या, क्या ही राजस्थान ?
क्या मणिपुर बंगाल क्या, क्या ही राजस्थान ?
Arvind trivedi
वही खुला आँगन चाहिए
वही खुला आँगन चाहिए
जगदीश लववंशी
अद्यावधि शिक्षा मां अनन्तपर्यन्तं नयति।
अद्यावधि शिक्षा मां अनन्तपर्यन्तं नयति।
शक्ति राव मणि
कोरे कागज़ पर
कोरे कागज़ पर
हिमांशु Kulshrestha
बदनाम ये आवारा जबीं हमसे हुई है
बदनाम ये आवारा जबीं हमसे हुई है
Sarfaraz Ahmed Aasee
हुस्न वालों से ना पूछो गुरूर कितना है ।
हुस्न वालों से ना पूछो गुरूर कितना है ।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
"तू-तू मैं-मैं"
Dr. Kishan tandon kranti
सागर की हिलोरे
सागर की हिलोरे
SATPAL CHAUHAN
*करते हैं प्रभु भक्त पर, निज उपकार अनंत (कुंडलिया)*
*करते हैं प्रभु भक्त पर, निज उपकार अनंत (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
आज़माइश
आज़माइश
Dr. Seema Varma
निर्वात का साथी🙏
निर्वात का साथी🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
18. कन्नौज
18. कन्नौज
Rajeev Dutta
संघर्ष के बिना
संघर्ष के बिना
gurudeenverma198
दिल को समझाने का ही तो सारा मसला है
दिल को समझाने का ही तो सारा मसला है
shabina. Naaz
हँस लो! आज दर-ब-दर हैं
हँस लो! आज दर-ब-दर हैं
दुष्यन्त 'बाबा'
फ़ितरत
फ़ितरत
Manisha Manjari
सुविचार
सुविचार
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
आप और हम जीवन के सच
आप और हम जीवन के सच
Neeraj Agarwal
मेरी राहों में ख़ार
मेरी राहों में ख़ार
Dr fauzia Naseem shad
सबका वह शिकार है, सब उसके ही शिकार हैं…
सबका वह शिकार है, सब उसके ही शिकार हैं…
Anand Kumar
💐प्रेम कौतुक-554💐
💐प्रेम कौतुक-554💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
तन्हा क्रिकेट ग्राउंड में....
तन्हा क्रिकेट ग्राउंड में....
पूर्वार्थ
👌
👌
*Author प्रणय प्रभात*
वसंत पंचमी
वसंत पंचमी
Bodhisatva kastooriya
व्यथा
व्यथा
Kavita Chouhan
तन्हाई के पर्दे पर
तन्हाई के पर्दे पर
Surinder blackpen
Loading...