Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Feb 2018 · 1 min read

तू ही बता जिंदगी

सारी उम्र गुजार दी मैंने उसके जवाब देते देते,
अब तू ही बता अ जिंदगी!
उसका और कौनसा सवाल बाकी है।।

ख़्वाब-ए-हसरत तोड़ी उसने हमेशा से मेरी,
अब तू ही बता अ जिंदगी!
उसके लिये कौनसा ख़्याल बाकी है।।

ताउम्र बचती रही मैं मदिरा के इन प्यालों से,
अब तू ही बता अ जिंदगी!
कौनसा अब नशा-ए-शवाब बाकी है।।

गमों से पाला रहा है मेरा यहां हर कदम पर,
अब तू ही बता अ जिंदगी!
कौनसा अब खुशी-ए-ख्वाब बाकी है।।

रास ना आई उसे मेरी ये तरक्की की राह,
अब तू ही बता अ जिंदगी!
क्यों दर्द का उसका दिया निशां बाकी है।।

मौत ही दी उसने मेरी हर सांस पर मुझे,
अब तू ही बता अ जिंदगी!
क्यो “मलिक” को करना हलाल बाकी है।।

समझा फूल पर कांटे ही दिए मुझे उसने,
तू ही बता अ जिंदगी!
अब कौन सा और कमाल बाकी है।
उसका और कौनसा सवाल बाकी है।।

Language: Hindi
6 Likes · 384 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
आप देखिएगा...
आप देखिएगा...
*Author प्रणय प्रभात*
मेरी नज़्म, शायरी,  ग़ज़ल, की आवाज हो तुम
मेरी नज़्म, शायरी, ग़ज़ल, की आवाज हो तुम
अनंत पांडेय "INϕ9YT"
जननी
जननी
Mamta Rani
फ़ितरत को जब से
फ़ितरत को जब से
Dr fauzia Naseem shad
क्या प्यार है तुमको हमसे
क्या प्यार है तुमको हमसे
gurudeenverma198
स्त्री-देह का उत्सव / MUSAFIR BAITHA
स्त्री-देह का उत्सव / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
बस हौसला करके चलना
बस हौसला करके चलना
SATPAL CHAUHAN
2711.*पूर्णिका*
2711.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
आपत्तियाँ फिर लग गयीं (हास्य-व्यंग्य )
आपत्तियाँ फिर लग गयीं (हास्य-व्यंग्य )
Ravi Prakash
इस तरह क्या दिन फिरेंगे....
इस तरह क्या दिन फिरेंगे....
डॉ.सीमा अग्रवाल
दिल की बातें....
दिल की बातें....
Kavita Chouhan
*अज्ञानी की कलम से हमारे बड़े भाई जी प्रश्नोत्तर शायद पसंद आ
*अज्ञानी की कलम से हमारे बड़े भाई जी प्रश्नोत्तर शायद पसंद आ
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
विश्वामित्र-मेनका
विश्वामित्र-मेनका
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
गीतिका/ग़ज़ल
गीतिका/ग़ज़ल
लक्ष्मीकान्त शर्मा 'रुद्र'
सो रहा हूं
सो रहा हूं
Dr. Meenakshi Sharma
नारी शक्ति
नारी शक्ति
DR ARUN KUMAR SHASTRI
वायदे के बाद भी
वायदे के बाद भी
Atul "Krishn"
उन सड़कों ने प्रेम जिंदा रखा है
उन सड़कों ने प्रेम जिंदा रखा है
Arun Kumar Yadav
बेटियां!दोपहर की झपकी सी
बेटियां!दोपहर की झपकी सी
Manu Vashistha
कृतज्ञ बनें
कृतज्ञ बनें
Sanjay ' शून्य'
विजयादशमी
विजयादशमी
Mukesh Kumar Sonkar
सोते में भी मुस्कुरा देते है हम
सोते में भी मुस्कुरा देते है हम
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
आखिर कब तक?
आखिर कब तक?
Pratibha Pandey
पागल मन कहां सुख पाय ?
पागल मन कहां सुख पाय ?
goutam shaw
🌹ढ़ूढ़ती हूँ अक्सर🌹
🌹ढ़ूढ़ती हूँ अक्सर🌹
Dr Shweta sood
नहीं    माँगूँ  बड़ा   ओहदा,
नहीं माँगूँ बड़ा ओहदा,
Satish Srijan
मैं समुद्र की गहराई में डूब गया ,
मैं समुद्र की गहराई में डूब गया ,
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
Quote...
Quote...
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
नील नभ पर उड़ रहे पंछी बहुत सुन्दर।
नील नभ पर उड़ रहे पंछी बहुत सुन्दर।
surenderpal vaidya
ग़ज़ल
ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
Loading...