Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Apr 2017 · 1 min read

तू ही तो मुझको प्यारा है

मेरी दुनिया मेरी जन्नत तू ही तो जीवन सारा है|
मेरी हर आरजू तू ही ,तू ही तो मुझको प्यारा है||

मेरा जीवन मेरी धड़कन तू ही मेरा सहारा है|
मेरी हर गुफ्तगु तू ही,तू ही तो मुझको प्यारा है||

मेरी दौलत मेरी सौहरत तू ही तो मेरा यारा है|
मेरी हर चाहते तू ही, तू ही तो मुझको प्यारा है||

मेरा रिश्ता मेरा नाता ,तू ही दो दिल का बंधन है|
मेरे दिल का तू दरिया,तू ही तो मुझको प्यारा है||

ना रूसबा कभी होना तू ही नयनो का तारा है|
तू ही हर आरजू मेरी, तू ही तो मुझको प्यारा है||

3 Likes · 1 Comment · 490 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
आदमी हैं जी
आदमी हैं जी
Neeraj Agarwal
आप मे आपका नहीं कुछ भी
आप मे आपका नहीं कुछ भी
Dr fauzia Naseem shad
नहीं, बिल्कुल नहीं
नहीं, बिल्कुल नहीं
gurudeenverma198
निश्चल छंद और विधाएँ
निश्चल छंद और विधाएँ
Subhash Singhai
जिसका मिज़ाज़ सच में, हर एक से जुदा है,
जिसका मिज़ाज़ सच में, हर एक से जुदा है,
महेश चन्द्र त्रिपाठी
पिता की नियति
पिता की नियति
Prabhudayal Raniwal
■ समयोचित सलाह
■ समयोचित सलाह
*Author प्रणय प्रभात*
उतर जाती है पटरी से जब रिश्तों की रेल
उतर जाती है पटरी से जब रिश्तों की रेल
हरवंश हृदय
औरतें नदी की तरह होतीं हैं। दो किनारों के बीच बहतीं हुईं। कि
औरतें नदी की तरह होतीं हैं। दो किनारों के बीच बहतीं हुईं। कि
पूर्वार्थ
पुनर्जन्माचे सत्य
पुनर्जन्माचे सत्य
Shyam Sundar Subramanian
तोड़ न कोई राम का, निर्विकल्प हैं राम।
तोड़ न कोई राम का, निर्विकल्प हैं राम।
डॉ.सीमा अग्रवाल
मुझको कभी भी आज़मा कर देख लेना
मुझको कभी भी आज़मा कर देख लेना
Ram Krishan Rastogi
नाथू राम जरा बतलाओ
नाथू राम जरा बतलाओ
Satish Srijan
*निंदिया कुछ ऐसी तू घुट्टी पिला जा*-लोरी
*निंदिया कुछ ऐसी तू घुट्टी पिला जा*-लोरी
Poonam Matia
ईसा को सूली
ईसा को सूली
Shekhar Chandra Mitra
वज्रमणि
वज्रमणि
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
💐अज्ञात के प्रति-57💐
💐अज्ञात के प्रति-57💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
भाड़ में जाओ
भाड़ में जाओ
ruby kumari
तुम जब भी जमीन पर बैठो तो लोग उसे तुम्हारी औक़ात नहीं बल्कि
तुम जब भी जमीन पर बैठो तो लोग उसे तुम्हारी औक़ात नहीं बल्कि
लोकेश शर्मा 'अवस्थी'
*तजकिरातुल वाकियात* (पुस्तक समीक्षा )
*तजकिरातुल वाकियात* (पुस्तक समीक्षा )
Ravi Prakash
*** लम्हा.....!!! ***
*** लम्हा.....!!! ***
VEDANTA PATEL
!! ख़ुद को खूब निरेख !!
!! ख़ुद को खूब निरेख !!
Chunnu Lal Gupta
भारतवर्ष स्वराष्ट्र पूर्ण भूमंडल का उजियारा है
भारतवर्ष स्वराष्ट्र पूर्ण भूमंडल का उजियारा है
Pt. Brajesh Kumar Nayak
मित्र
मित्र
DrLakshman Jha Parimal
" खामोशी "
Aarti sirsat
3100.*पूर्णिका*
3100.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
माँ भारती के वरदपुत्र: नरेन्द्र मोदी
माँ भारती के वरदपुत्र: नरेन्द्र मोदी
Dr. Upasana Pandey
की तरह
की तरह
Neelam Sharma
अनेक को दिया उजाड़
अनेक को दिया उजाड़
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
होली
होली
Dr Archana Gupta
Loading...