Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Dec 2020 · 2 min read

तू मुफ्त में मारा जाएगा

कान खोलकर सुन लो पाकिस्तान,
ये तुम्हारा पिल्ला नहीं बच पाएगा,
क्यों भौंकता है पागलों की तरह,
एक दिन मुफ्त में मारा जाएगा।

बार-बार क्यों ऊँगली करता है,
हर बार तो मुँह की खाता है,
तीन-तीन बार तू पीठ दिखाया,
फिर भी समझ नहीं आता है।

अरे इतना ही जंग का भूत चढ़ा,
तो सामने से आकर लड़ लेते,
तू मेरा राम नाम सत्य करता,
या हम तेरी फातिहा पढ़ लेते।

लेकर सहारा आतंकवादियों का,
निर्दोषों पर हमला करवाते हो,
चुपके से पीठ पर वार करके,
अपनी मर्दानगी को दिखलाते हो।

हम अपनी औकात पर आ जाएँ,
तो जड़ से ही तुझे उखाड़ेंगे,
हम भारतीयों का शान तिरंगा,
जाकर बीच लाहौर ही गाड़ेंगे।

तू केवल देखता ही रह जाएगा,
और कुछ भी ना कर पाएगा,
काश्मीर का सपना तू छोड़ ही दे,
सारा पाकिस्तान ही अब गंवाएगा।

पैंसठ और इकहत्तर की हार भूल गया,
कारगिल पर तेरी कब्र बनाई भूल गया,
बांग्लादेश को कभी तू भूल नहीं पाएगा,
बालाकोट तुझे हरवक्त ही याद आएगा।

काश्मीर के लिए तू दर-दर भटकता,
पर तुझे भीख भी नहीं कोई देता है,
इतने सर्जिकल स्ट्राईक होने पर भी,
पाकिस्तान सबक कभी नहीं लेता है।

चाहे कसम खा ले या विश्वास दिला दे,
तू ना सुधरा है और ना ही सुधर पाएगा,
तू कुत्ते की दुम चाहे कोई जतन कर ले,
टेढ़ा ही रहेगा कभी सीधा ना हो पाएगा।

तेरे पिल्ले धमकाते हैं मोदी जी को,
तू ना जाना उन्हें और ना जान पाएगा,
मोदी जी के शासन काल में ही,
तेरा भूगोल इतिहास में बदल जाएगा।

?? मधुकर ??

(स्वरचित रचना, सर्वाधिकार©® सुरक्षित)
अनिल प्रसाद सिन्हा ‘मधुकर’
ट्यूब्स कॉलोनी बारीडीह,
जमशेदपुर, झारखण्ड।

Language: Hindi
2 Likes · 251 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
जिंदगी का सफर है सुहाना, हर पल को जीते रहना। चाहे रिश्ते हो
जिंदगी का सफर है सुहाना, हर पल को जीते रहना। चाहे रिश्ते हो
पूर्वार्थ
मस्ती हो मौसम में तो,पिचकारी अच्छी लगती है (हिंदी गजल/गीतिका
मस्ती हो मौसम में तो,पिचकारी अच्छी लगती है (हिंदी गजल/गीतिका
Ravi Prakash
✍️ शेखर सिंह
✍️ शेखर सिंह
शेखर सिंह
हक औरों का मारकर, बने हुए जो सेठ।
हक औरों का मारकर, बने हुए जो सेठ।
डॉ.सीमा अग्रवाल
"जीवनसाथी राज"
Dr Meenu Poonia
* नाम रुकने का नहीं *
* नाम रुकने का नहीं *
surenderpal vaidya
अब मै ख़ुद से खफा रहने लगा हूँ
अब मै ख़ुद से खफा रहने लगा हूँ
Bhupendra Rawat
कभी
कभी
हिमांशु Kulshrestha
फिर वही शाम ए गम,
फिर वही शाम ए गम,
ओनिका सेतिया 'अनु '
मार्गदर्शन होना भाग्य की बात है
मार्गदर्शन होना भाग्य की बात है
Harminder Kaur
जिंदगी कुछ और है, हम समझे कुछ और ।
जिंदगी कुछ और है, हम समझे कुछ और ।
sushil sarna
मैं अपने बिस्तर पर
मैं अपने बिस्तर पर
Shweta Soni
आप क्या
आप क्या
Dr fauzia Naseem shad
#प्रातःवंदन
#प्रातःवंदन
*Author प्रणय प्रभात*
इबादत
इबादत
Dr.Priya Soni Khare
कहां गये हम
कहां गये हम
Surinder blackpen
माता रानी की भेंट
माता रानी की भेंट
umesh mehra
जब कोई साथ नहीं जाएगा
जब कोई साथ नहीं जाएगा
KAJAL NAGAR
फागुन (मतगयंद सवैया छंद)
फागुन (मतगयंद सवैया छंद)
संजीव शुक्ल 'सचिन'
एक अच्छी जिंदगी जीने के लिए पढ़ाई के सारे कोर्स करने से अच्छा
एक अच्छी जिंदगी जीने के लिए पढ़ाई के सारे कोर्स करने से अच्छा
Dr. Man Mohan Krishna
"अभिव्यक्ति"
Dr. Kishan tandon kranti
अपेक्षा किसी से उतनी ही रखें
अपेक्षा किसी से उतनी ही रखें
Paras Nath Jha
संवेदना सुप्त हैं
संवेदना सुप्त हैं
Namrata Sona
2531.पूर्णिका
2531.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
श्रेय एवं प्रेय मार्ग
श्रेय एवं प्रेय मार्ग
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
पद्मावती छंद
पद्मावती छंद
Subhash Singhai
🌱कर्तव्य बोध🌱
🌱कर्तव्य बोध🌱
सुरेश अजगल्ले 'इन्द्र '
मां (संस्मरण)
मां (संस्मरण)
Dr. Pradeep Kumar Sharma
भले नफ़रत हो पर हम प्यार का मौसम समझते हैं.
भले नफ़रत हो पर हम प्यार का मौसम समझते हैं.
Slok maurya "umang"
" पाती जो है प्रीत की "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
Loading...