Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Feb 2017 · 1 min read

तू अकेला भी जल

????
तूअकेला भी जल
भूले भटके राही का
पथ प्रदर्शित कर।

तू अकेला ही सही
आँधी – तुफानों
से डरना नहीं
जल निर्भय,निडर।

एक दीया भी काफी है
रोशनी के लिए।
एक अकेला काफी है
दुनिया बदलने के लिए।

दीप शिक्षा का दान कर
ज्ञान का प्रकाश भर
मन का अंधकार हर
तू अकेला भी जल।
????—लक्ष्मी सिंह

Language: Hindi
384 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from लक्ष्मी सिंह
View all
You may also like:
माँ भारती का अंश वंश
माँ भारती का अंश वंश
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
बात पते की कहती नानी।
बात पते की कहती नानी।
Vedha Singh
बेहतर और बेहतर होते जाए
बेहतर और बेहतर होते जाए
Vaishaligoel
तुम्हारा चश्मा
तुम्हारा चश्मा
Dr. Seema Varma
जियो तो ऐसे जियो
जियो तो ऐसे जियो
Shekhar Chandra Mitra
धरती माँ ने भेज दी
धरती माँ ने भेज दी
Dr Manju Saini
झरते फूल मोहब्ब्त के
झरते फूल मोहब्ब्त के
Arvina
राष्ट्र भाषा राज भाषा
राष्ट्र भाषा राज भाषा
Dinesh Gupta
कुछ लिखा हैं तुम्हारे लिए, तुम सुन पाओगी क्या
कुछ लिखा हैं तुम्हारे लिए, तुम सुन पाओगी क्या
Writer_ermkumar
सुविचार
सुविचार
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
हर पिता को अपनी बेटी को,
हर पिता को अपनी बेटी को,
Shutisha Rajput
अनचाहे अपराध व प्रायश्चित
अनचाहे अपराध व प्रायश्चित
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
तन्हाई
तन्हाई
नवीन जोशी 'नवल'
💐प्रेम कौतुक-178💐
💐प्रेम कौतुक-178💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
ਮਿਲੇ ਜਦ ਅਰਸੇ ਬਾਅਦ
ਮਿਲੇ ਜਦ ਅਰਸੇ ਬਾਅਦ
Surinder blackpen
झूठी है यह सम्पदा,
झूठी है यह सम्पदा,
sushil sarna
होली आई रे
होली आई रे
Mukesh Kumar Sonkar
नैनों की भाषा
नैनों की भाषा
Surya Barman
शब्द भावों को सहेजें शारदे माँ ज्ञान दो।
शब्द भावों को सहेजें शारदे माँ ज्ञान दो।
Neelam Sharma
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
بدل گیا انسان
بدل گیا انسان
Ahtesham Ahmad
इंतजार है नया कैलेंडर (हास्य गीत)
इंतजार है नया कैलेंडर (हास्य गीत)
Ravi Prakash
ओ! मेरी प्रेयसी
ओ! मेरी प्रेयसी
SATPAL CHAUHAN
पिया घर बरखा
पिया घर बरखा
Kanchan Khanna
त्रुटि ( गलती ) किसी परिस्थितिजन्य किया गया कृत्य भी हो सकता
त्रुटि ( गलती ) किसी परिस्थितिजन्य किया गया कृत्य भी हो सकता
Leena Anand
आज के बच्चों की बदलती दुनिया
आज के बच्चों की बदलती दुनिया
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
मानकके छडी (लोकमैथिली कविता)
मानकके छडी (लोकमैथिली कविता)
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
"यह कैसा नशा?"
Dr. Kishan tandon kranti
2388.पूर्णिका
2388.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
जीवन को जीतती हैं
जीवन को जीतती हैं
Dr fauzia Naseem shad
Loading...