Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Jun 2020 · 1 min read

तुम हो तो होऊं मैं

माँ ! माँ !! माँ !!!
जीवन की पहली शिक्षिका,
रसोई से होते हुए देश दुनिया को
अपने आँचल से समेटने की जी तोड़ कोशिश में लगी हैं ।
उनकी खुशबू भरी एहसास,
स्नेह से लिपटी दरियादिली,
उमस सीजन को भी ठण्डाई देती है ।
माँ !
ना जाने कितने लम्हों से जुड़ी हूँ तुमसे,
कुछ पल और जोड़ लेती !!
दिवास्वपन सा लगता तेरा साथ, तुम हो तो होऊं मैं।
ज्ञान की अविरल धारा हो और हो प्रभा सी किरण….
उन किरणों के तेज से ही बनी मेरी यौवन।
हमेशा रोका हमें अज्ञात पथ पर जाने से,
खुद भविष्य द्रष्टा की प्रहरी बन खड़ी रही।
आज तुम्हारी भूमिका समाजवरण कर रही है,
किन्तु हम भूल गए है कि हमारा विकास,
उत्थान तुम्हीं से है,
क्योंकि तुम्हीं प्रकृति की उदात्त चेतना जो हो।
हाँ, माँ तुम्हें प्रणाम !!

Language: Hindi
2 Likes · 330 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
**माटी जन्मभूमि की**
**माटी जन्मभूमि की**
लक्ष्मण 'बिजनौरी'
खरीद लो दुनिया के सारे ऐशो आराम
खरीद लो दुनिया के सारे ऐशो आराम
Ranjeet kumar patre
वक़्त का सबक़
वक़्त का सबक़
Shekhar Chandra Mitra
दोहा
दोहा
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
यादें मोहब्बत की
यादें मोहब्बत की
Mukesh Kumar Sonkar
सुनो
सुनो
पूर्वार्थ
जो मासूम हैं मासूमियत से छल रहें हैं ।
जो मासूम हैं मासूमियत से छल रहें हैं ।
सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’
पाँव में खनकी चाँदी हो जैसे - संदीप ठाकुर
पाँव में खनकी चाँदी हो जैसे - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
"साम","दाम","दंड" व् “भेद" की व्यथा
Dr. Harvinder Singh Bakshi
मां कालरात्रि
मां कालरात्रि
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
अपनी-अपनी दिवाली
अपनी-अपनी दिवाली
Dr. Pradeep Kumar Sharma
उलझते रिश्तो को सुलझाना मुश्किल हो गया है
उलझते रिश्तो को सुलझाना मुश्किल हो गया है
Harminder Kaur
■ हास्यमय समूह गीत
■ हास्यमय समूह गीत
*Author प्रणय प्रभात*
कहो तो..........
कहो तो..........
Ghanshyam Poddar
सुनो पहाड़ की.....!!!! (भाग - ६)
सुनो पहाड़ की.....!!!! (भाग - ६)
Kanchan Khanna
यह गोकुल की गलियां,
यह गोकुल की गलियां,
कार्तिक नितिन शर्मा
नवरात्रि के इस पावन मौके पर, मां दुर्गा के आगमन का खुशियों स
नवरात्रि के इस पावन मौके पर, मां दुर्गा के आगमन का खुशियों स
Sahil Ahmad
"नया दौर"
Dr. Kishan tandon kranti
"किसी की याद मे आँखे नम होना,
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
अपनी बेटी को
अपनी बेटी को
gurudeenverma198
एकांत
एकांत
DR ARUN KUMAR SHASTRI
हम कैसे कहें कुछ तुमसे सनम ..
हम कैसे कहें कुछ तुमसे सनम ..
Sunil Suman
*यात्रा पर लंबी चले, थे सब काले बाल (कुंडलिया)*
*यात्रा पर लंबी चले, थे सब काले बाल (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
Tlash
Tlash
Swami Ganganiya
Har subha uthti hai ummid ki kiran
Har subha uthti hai ummid ki kiran
कवि दीपक बवेजा
खंडकाव्य
खंडकाव्य
Suryakant Dwivedi
* मन में उभरे हुए हर सवाल जवाब और कही भी नही,,
* मन में उभरे हुए हर सवाल जवाब और कही भी नही,,
Vicky Purohit
मेहनत का फल (शिक्षाप्रद कहानी)
मेहनत का फल (शिक्षाप्रद कहानी)
AMRESH KUMAR VERMA
💐प्रेम कौतुक-240💐
💐प्रेम कौतुक-240💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
माँ गौरी रूपेण संस्थिता
माँ गौरी रूपेण संस्थिता
Pratibha Pandey
Loading...