Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Dec 2016 · 1 min read

तुम ही हो

मेरी तन्हाइयों का राज तुम हो ।
मेरा कल तुम हो मेरा आज तुम हो।

जब जब तुझको ढूंढा, पाया अपने दिल में ।
जालिम दुनिया ने मिलने ना दिया हमको भरी महफिल में ।

गलती मेरी ही होगी इसमें तेरी कोई खता नहीं ।
क्यों चाहा तुझको खुद से ज्यादा ये मुझको पता नहीं ।

वो डरकर जमाने से बोली की भुला दे मुझे ।
हर धड़कन में तू है क्या करें बता दे मुझे ।

Language: Hindi
1 Comment · 430 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*फूलों मे रह;कर क्या करना*
*फूलों मे रह;कर क्या करना*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
डीजल पेट्रोल का महत्व
डीजल पेट्रोल का महत्व
Satish Srijan
"रामनवमी पर्व 2023"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
एक अच्छाई उसी तरह बुराई को मिटा
एक अच्छाई उसी तरह बुराई को मिटा
shabina. Naaz
आज के माहौल में
आज के माहौल में
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
सुंदरता विचारों व चरित्र में होनी चाहिए,
सुंदरता विचारों व चरित्र में होनी चाहिए,
Ranjeet kumar patre
वो आपको हमेशा अंधेरे में रखता है।
वो आपको हमेशा अंधेरे में रखता है।
Rj Anand Prajapati
फीका त्योहार !
फीका त्योहार !
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"
* विजयदशमी मनाएं हम *
* विजयदशमी मनाएं हम *
surenderpal vaidya
क्या पता है तुम्हें
क्या पता है तुम्हें
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
कैसी है ये जिंदगी
कैसी है ये जिंदगी
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
में स्वयं
में स्वयं
PRATIK JANGID
चंद अशआर
चंद अशआर
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
हरियाली के बीच में , माँ का पकड़े हाथ ।
हरियाली के बीच में , माँ का पकड़े हाथ ।
Mahendra Narayan
राजकुमारी कार्विका
राजकुमारी कार्विका
Anil chobisa
मोबाइल फोन
मोबाइल फोन
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
यह सब कुछ
यह सब कुछ
gurudeenverma198
ज़बानें हमारी हैं, सदियों पुरानी
ज़बानें हमारी हैं, सदियों पुरानी
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
प्यार का पंचनामा
प्यार का पंचनामा
Dr Parveen Thakur
हटा 370 धारा
हटा 370 धारा
लक्ष्मी सिंह
लिया समय ने करवट
लिया समय ने करवट
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
लत / MUSAFIR BAITHA
लत / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
होली गीत
होली गीत
Kanchan Khanna
■ चार पंक्तियां अपनी मातृभूनि और उसके अलंकारों के सम्मान में
■ चार पंक्तियां अपनी मातृभूनि और उसके अलंकारों के सम्मान में
*Author प्रणय प्रभात*
स्वतंत्रता दिवस
स्वतंत्रता दिवस
Dr Archana Gupta
पापा की बिटिया
पापा की बिटिया
Arti Bhadauria
#drarunkumarshastri
#drarunkumarshastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
2245.
2245.
Dr.Khedu Bharti
मुस्कुराना सीख लिया !|
मुस्कुराना सीख लिया !|
पूर्वार्थ
बीन अधीन फणीश।
बीन अधीन फणीश।
Neelam Sharma
Loading...