तुम वीर जवान हो
रुकना नहीं झुकना नही तुम तो हमारा अभिमान हो
देश की रक्षा करने वाले तुम वीर जवान हो
उद्दंड प्रवृत्ति वालों का तुम करते संहार हो
गर्मी हो या सर्दी हो तुम रहते हमेशा तैयार हो
ऐसे वीर जवानों का पूरा पूरा सम्मान हो
देश की रक्षा करने वाले….
उन शहीदों को तुम नमन करो जो देश पर जान गवाते है
उनके ही बलिदानों से हम चैन से सो पाते हैं
ऐसे वीरों की माताओं को करता मैं शत-शत प्रणाम हो
देश की रक्षा…..
सीमा पर तैनात रहते वो सीना तान के
सामने आए दुश्मन तो वो मार दें जान से
जब बजाते युद्ध का शंख तो आए तूफान हो
देश की रक्षा…..
कृष्ण कुमार ‘धत्तरवाल’