Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 May 2019 · 1 min read

तुम चले आओ

ग़ज़ल
******
जरा सा देने मुझे मान तुम चले आओ
करो ये आखिरी अहसान तुम चले आओ

है इंतज़ार निगाहों को बस तुम्हारा ही
न मानती हैं ये नादान तुम चले आओ

सदा जो गूँजती रहती है मेरे कानों में
सुनाने मीठी वही तान तुम चले आओ

तुम्हारी याद में रो रो के दिन गुजारे हैं
खिलाने चेहरे पे मुस्कान तुम चले आओ

धड़कना ही नहीं चाहे ये दिल तुम्हारे बिन
निकल न जाये कहीं जान तुम चले आओ

की जब भी ‘अर्चना’ मैंने तुम्हें ही माँगा है
अधूरा है अभी अरमान तुम चले आओ

12-05-2019
डॉ अर्चना गुप्ता
मुरादाबाद

2 Likes · 1 Comment · 216 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr Archana Gupta
View all
You may also like:
कुण्डल / उड़ियाना छंद
कुण्डल / उड़ियाना छंद
Subhash Singhai
💐प्रेम कौतुक-444💐
💐प्रेम कौतुक-444💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
मैं तो महज एक ख्वाब हूँ
मैं तो महज एक ख्वाब हूँ
VINOD CHAUHAN
बिखरे सपनों की ताबूत पर, दो कील तुम्हारे और सही।
बिखरे सपनों की ताबूत पर, दो कील तुम्हारे और सही।
Manisha Manjari
जुबान
जुबान
अखिलेश 'अखिल'
"कुछ लोग हैं"
Dr. Kishan tandon kranti
जब होंगे हम जुदा तो
जब होंगे हम जुदा तो
gurudeenverma198
प्यार
प्यार
Satish Srijan
कुछ मन्नतें पूरी होने तक वफ़ादार रहना ऐ ज़िन्दगी.
कुछ मन्नतें पूरी होने तक वफ़ादार रहना ऐ ज़िन्दगी.
पूर्वार्थ
आश किरण
आश किरण
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
चन्द्रयान अभियान
चन्द्रयान अभियान
surenderpal vaidya
गर्मी की छुट्टियां
गर्मी की छुट्टियां
Manu Vashistha
लड्डू बद्री के ब्याह का
लड्डू बद्री के ब्याह का
Kanchan Khanna
बाल कविता: तोता
बाल कविता: तोता
Rajesh Kumar Arjun
दोहा-प्रहार
दोहा-प्रहार
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
उलझी हुई है ज़ुल्फ़-ए-परेशाँ सँवार दे,
उलझी हुई है ज़ुल्फ़-ए-परेशाँ सँवार दे,
SHAMA PARVEEN
मेरी नन्ही परी।
मेरी नन्ही परी।
लक्ष्मी सिंह
2846.*पूर्णिका*
2846.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मुस्कुराहट से बड़ी कोई भी चेहरे की सौंदर्यता नही।
मुस्कुराहट से बड़ी कोई भी चेहरे की सौंदर्यता नही।
Rj Anand Prajapati
*सवा लाख से एक लड़ाऊं ता गोविंद सिंह नाम कहांउ*
*सवा लाख से एक लड़ाऊं ता गोविंद सिंह नाम कहांउ*
Harminder Kaur
शारदीय नवरात्र
शारदीय नवरात्र
Neeraj Agarwal
दिव्य काशी
दिव्य काशी
Pooja Singh
■ जय लोकतंत्र
■ जय लोकतंत्र
*Author प्रणय प्रभात*
Republic Day
Republic Day
Tushar Jagawat
दुखांत जीवन की कहानी में सुखांत तलाशना बेमानी है
दुखांत जीवन की कहानी में सुखांत तलाशना बेमानी है
Guru Mishra
दोहे-*
दोहे-*
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
सत्य की खोज
सत्य की खोज
Tarun Singh Pawar
वैमनस्य का अहसास
वैमनस्य का अहसास
Dr Parveen Thakur
* यौवन पचास का, दिल पंद्रेह का *
* यौवन पचास का, दिल पंद्रेह का *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
तुम चंद्रछवि मृगनयनी हो, तुम ही तो स्वर्ग की रंभा हो,
तुम चंद्रछवि मृगनयनी हो, तुम ही तो स्वर्ग की रंभा हो,
SPK Sachin Lodhi
Loading...