Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Feb 2021 · 1 min read

तुम काटो जंगल !

तुम काटो जंगल
और काटो अपना जीवन ,
मुझे काटकर तुम क्या पाओगे
मैं तो कट जाऊंगा
पर तुम भी ना रह पाओगे,
तुम काटो जंगल
और काटो अपना जीवन ,
निस्वार्थ तुमको देता मैं
फल छाव और जीवन .
औषधिया देता और देता बाढ़ से संरक्षण
तुम काटो जंगल
और काटो अपना जीवन!

Language: Hindi
1 Like · 4 Comments · 532 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
अनकहे शब्द बहुत कुछ कह कर जाते हैं।
अनकहे शब्द बहुत कुछ कह कर जाते हैं।
Manisha Manjari
चांदनी रातों में
चांदनी रातों में
Surinder blackpen
शर्द एहसासों को एक सहारा मिल गया
शर्द एहसासों को एक सहारा मिल गया
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
मुझको मिट्टी
मुझको मिट्टी
Dr fauzia Naseem shad
पुष्प
पुष्प
Er. Sanjay Shrivastava
2928.*पूर्णिका*
2928.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
जन्नतों में सैर करने के आदी हैं हम,
जन्नतों में सैर करने के आदी हैं हम,
लवकुश यादव "अज़ल"
🥀✍*अज्ञानी की*🥀
🥀✍*अज्ञानी की*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
कम्बखत वक्त
कम्बखत वक्त
Aman Sinha
सरस्वती वंदना । हे मैया ,शारदे माँ
सरस्वती वंदना । हे मैया ,शारदे माँ
Kuldeep mishra (KD)
*आई बारिश हो गई,धरती अब खुशहाल(कुंडलिया)*
*आई बारिश हो गई,धरती अब खुशहाल(कुंडलिया)*
Ravi Prakash
उस गुरु के प्रति ही श्रद्धानत होना चाहिए जो अंधकार से लड़ना सिखाता है
उस गुरु के प्रति ही श्रद्धानत होना चाहिए जो अंधकार से लड़ना सिखाता है
कवि रमेशराज
जिन्दगी सदैव खुली किताब की तरह रखें, जिसमें भावनाएं संवेदनशी
जिन्दगी सदैव खुली किताब की तरह रखें, जिसमें भावनाएं संवेदनशी
लोकेश शर्मा 'अवस्थी'
11, मेरा वजूद
11, मेरा वजूद
Dr Shweta sood
मनवा मन की कब सुने,
मनवा मन की कब सुने,
sushil sarna
गम के बगैर
गम के बगैर
Swami Ganganiya
कौआ और बन्दर
कौआ और बन्दर
SHAMA PARVEEN
कृष्णा सोबती के उपन्यास 'समय सरगम' में बहुजन समाज के प्रति पूर्वग्रह : MUSAFIR BAITHA
कृष्णा सोबती के उपन्यास 'समय सरगम' में बहुजन समाज के प्रति पूर्वग्रह : MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
खुश होना नियति ने छीन लिया,,
खुश होना नियति ने छीन लिया,,
पूर्वार्थ
संकल्प
संकल्प
Dr. Pradeep Kumar Sharma
16- उठो हिन्द के वीर जवानों
16- उठो हिन्द के वीर जवानों
Ajay Kumar Vimal
यादों की तुरपाई कर दें
यादों की तुरपाई कर दें
Shweta Soni
शुभह उठता रात में सोता था, कम कमाता चेन से रहता था
शुभह उठता रात में सोता था, कम कमाता चेन से रहता था
Anil chobisa
'हक़' और हाकिम
'हक़' और हाकिम
आनन्द मिश्र
शब्दों की रखवाली है
शब्दों की रखवाली है
Suryakant Dwivedi
नैतिकता की नींव पर प्रारंभ किये गये किसी भी व्यवसाय की सफलता
नैतिकता की नींव पर प्रारंभ किये गये किसी भी व्यवसाय की सफलता
Paras Nath Jha
#संस्मरण
#संस्मरण
*Author प्रणय प्रभात*
नव-निवेदन
नव-निवेदन
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
सफलता और सुख  का मापदण्ड स्वयं निर्धारित करनांआवश्यक है वरना
सफलता और सुख का मापदण्ड स्वयं निर्धारित करनांआवश्यक है वरना
Leena Anand
★क़त्ल ★
★क़त्ल ★
★ IPS KAMAL THAKUR ★
Loading...