Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Jul 2016 · 1 min read

तुझे पाने को सनम दिल मेरा मचलता है

तुझे पाने को सनम दिल मेरा मचलता है !
तुम्हे देखे कोई तो ये बदन भी जलता है !!

नाज़ुक होठ तेरे……..चाँद की चकोरी है !
काले काले ज़ुल्फ तेरे प्रेम की ये डोरी है !!

लहराये ज़ुल्फ जो ये मौसम भी बदलता है !
तुझे पाने को सनम दिल मेरा मचलता है !!

झील सी आँख तेरे चाँद सा जो मुखड़ा है !
सच कहता हूँ मेरी जान दिल का टुकड़ा !!

अब तक रोक रखा अब ना यह सभलता है !
तुझे पाने को सनम दिल मेरा मचलता है !!

जब चलती है तो नागिन सी कमर हिलती है !
दिन प्रतिदिन तू ..फूलों की तरह खिलती है !!

तुम्हे छु ले जो कोई …सेंट सा महकता है !
तुझे पाने को सनम दिल मेरा मचलता है !!

तेरे गालों पे जो ये छोटे छोटे डिम्पल है !
मेरी जा मान ले तू मेरे दिल का सेम्पल है !!

तू जो हंस दे तो खुसी से ये दिल धड़कता है !
तुझे पाने को सनम दिल मेरा मचलता है !!

तेरे मेरे प्यार की ये मनगढ़न कहानी है !
चंदन सा बदन …. मधुभरी जवानी है !!

तेरे आँखों से अस्क जाम जब छलकता है !
तुझे पाने को सनम दिल मेरा मचलता है !!

Language: Hindi
Tag: गीत
346 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
💐अज्ञात के प्रति-128💐
💐अज्ञात के प्रति-128💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
यशोधरा के प्रश्न गौतम बुद्ध से
यशोधरा के प्रश्न गौतम बुद्ध से
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
देखी है ख़ूब मैंने भी दिलदार की अदा
देखी है ख़ूब मैंने भी दिलदार की अदा
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
नयकी दुलहिन
नयकी दुलहिन
आनन्द मिश्र
रही प्रतीक्षारत यशोधरा
रही प्रतीक्षारत यशोधरा
Shweta Soni
महिला दिवस पर एक व्यंग
महिला दिवस पर एक व्यंग
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
बिडम्बना
बिडम्बना
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
*रिश्ते भैया दूज के, सबसे अधिक पवित्र (कुंडलिया)*
*रिश्ते भैया दूज के, सबसे अधिक पवित्र (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
जब  फ़ज़ाओं  में  कोई  ग़म  घोलता है
जब फ़ज़ाओं में कोई ग़म घोलता है
प्रदीप माहिर
राखी (कुण्डलिया)
राखी (कुण्डलिया)
नाथ सोनांचली
आ रही है लौटकर अपनी कहानी
आ रही है लौटकर अपनी कहानी
Suryakant Dwivedi
अंत समय
अंत समय
Vandna thakur
देश आज 75वां गणतंत्र दिवस मना रहा,
देश आज 75वां गणतंत्र दिवस मना रहा,
पूर्वार्थ
मैं भी क्यों रखूं मतलब उनसे
मैं भी क्यों रखूं मतलब उनसे
gurudeenverma198
मैं जीना सकूंगा कभी उनके बिन
मैं जीना सकूंगा कभी उनके बिन
कृष्णकांत गुर्जर
■ प्रसंगवश :-
■ प्रसंगवश :-
*Author प्रणय प्रभात*
9) “जीवन एक सफ़र”
9) “जीवन एक सफ़र”
Sapna Arora
❤बिना मतलब के जो बात करते है
❤बिना मतलब के जो बात करते है
Satyaveer vaishnav
पेट्रोल लोन के साथ मुफ्त कार का ऑफर (व्यंग्य कहानी)
पेट्रोल लोन के साथ मुफ्त कार का ऑफर (व्यंग्य कहानी)
Dr. Pradeep Kumar Sharma
సమాచార వికాస సమితి
సమాచార వికాస సమితి
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
नारी....एक सच
नारी....एक सच
Neeraj Agarwal
हे प्रभू !
हे प्रभू !
Shivkumar Bilagrami
क्या यही संसार होगा...
क्या यही संसार होगा...
डॉ.सीमा अग्रवाल
बाल कविता: मूंगफली
बाल कविता: मूंगफली
Rajesh Kumar Arjun
"सुरेंद्र शर्मा, मरे नहीं जिन्दा हैं"
Anand Kumar
I
I
Ranjeet kumar patre
*प्यार का रिश्ता*
*प्यार का रिश्ता*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
When we constantly search outside of ourselves for fulfillme
When we constantly search outside of ourselves for fulfillme
Manisha Manjari
आज की प्रस्तुति: भाग 5
आज की प्रस्तुति: भाग 5
Rajeev Dutta
Loading...