Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Jul 2020 · 1 min read

तुझपे आया दिल मिरा बे-सबब नहीं

मुस्कुरा दे और कुछ मतलब नहीं
तुझपे आया दिल मिरा बे-सबब नहीं

कह रही ऑंखें जो लब से बोल दो
है नज़र ख़ामोश लेकिन लब नहीं

कर न बैठूँ ख़ुदकुशी तन्हाई में
ज़िन्दगी का कोई मक़सद अब नहीं

ज़ात क्या है, धर्म क्या है, पूछ मत
इश्क़ करने वाले का मज़हब नहीं

हर घड़ी सांसों में थे तुम ही बसे
दिलरुबा तुम याद आये कब नहीं

4 Likes · 4 Comments · 241 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
View all
You may also like:
बाल कविता: मोटर कार
बाल कविता: मोटर कार
Rajesh Kumar Arjun
तेवरी
तेवरी
कवि रमेशराज
डॉ अरुण कुमार शास्त्री - एक अबोध बालक - अरुण अतृप्त  - शंका
डॉ अरुण कुमार शास्त्री - एक अबोध बालक - अरुण अतृप्त - शंका
DR ARUN KUMAR SHASTRI
23/192. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/192. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
नटखट-चुलबुल चिड़िया।
नटखट-चुलबुल चिड़िया।
Vedha Singh
बुश का बुर्का
बुश का बुर्का
नंदलाल सिंह 'कांतिपति'
आज के युग में नारीवाद
आज के युग में नारीवाद
Surinder blackpen
बेपर्दा लोगों में भी पर्दा होता है बिल्कुल वैसे ही, जैसे हया
बेपर्दा लोगों में भी पर्दा होता है बिल्कुल वैसे ही, जैसे हया
Sanjay ' शून्य'
“कब मानव कवि बन जाता हैं ”
“कब मानव कवि बन जाता हैं ”
Rituraj shivem verma
समझौता
समझौता
Dr.Priya Soni Khare
घास को बिछौना बना कर तो देखो
घास को बिछौना बना कर तो देखो
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
" भूलने में उसे तो ज़माने लगे "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
"मित्र से वार्ता"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
न हँस रहे हो ,ना हीं जता रहे हो दुःख
न हँस रहे हो ,ना हीं जता रहे हो दुःख
Shweta Soni
मेरी एजुकेशन शायरी
मेरी एजुकेशन शायरी
Ms.Ankit Halke jha
किसी मुस्क़ान की ख़ातिर ज़माना भूल जाते हैं
किसी मुस्क़ान की ख़ातिर ज़माना भूल जाते हैं
आर.एस. 'प्रीतम'
सरोकार
सरोकार
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
हादसें पूंछ कर न आएंगे
हादसें पूंछ कर न आएंगे
Dr fauzia Naseem shad
छह घण्टे भी पढ़ नहीं,
छह घण्टे भी पढ़ नहीं,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
नन्हीं परी आई है
नन्हीं परी आई है
Mukesh Kumar Sonkar
मेरी एक बार साहेब को मौत के कुएं में मोटरसाइकिल
मेरी एक बार साहेब को मौत के कुएं में मोटरसाइकिल
शेखर सिंह
विश्व गुरु भारत का तिरंगा, विश्व पटल लहराएगा।
विश्व गुरु भारत का तिरंगा, विश्व पटल लहराएगा।
Neelam Sharma
काला दिन
काला दिन
Shyam Sundar Subramanian
गैरों से कोई नाराजगी नहीं
गैरों से कोई नाराजगी नहीं
Harminder Kaur
"ऐ जिन्दगी"
Dr. Kishan tandon kranti
“Do not be afraid of your difficulties. Do not wish you coul
“Do not be afraid of your difficulties. Do not wish you coul
पूर्वार्थ
" शांत शालीन जैसलमेर "
Dr Meenu Poonia
समल चित् -समान है/प्रीतिरूपी मालिकी/ हिंद प्रीति-गान बन
समल चित् -समान है/प्रीतिरूपी मालिकी/ हिंद प्रीति-गान बन
Pt. Brajesh Kumar Nayak
मन को समझाने
मन को समझाने
sushil sarna
चार लाइनर विधा मुक्तक
चार लाइनर विधा मुक्तक
Mahender Singh
Loading...