Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
31 Dec 2020 · 1 min read

तीर खुद चलने लगे

2122 + 212
आप से मिलने लगे
तीर खुद चलने लगे

संगदिल भी टूटकर
इश्क़ में ढलने लगे

चाँद को जाना तभी
ख़्वाब जब पलने लगे

दिल गया तो होश भी
नींद में चलने लगे

आप से नज़रें चुरा
खुदको ही छलने लगे

228 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
View all
You may also like:
मैं आग नही फिर भी चिंगारी का आगाज हूं,
मैं आग नही फिर भी चिंगारी का आगाज हूं,
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
लोभ मोह ईष्या 🙏
लोभ मोह ईष्या 🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
आपकी आहुति और देशहित
आपकी आहुति और देशहित
Mahender Singh
अगहन कृष्ण पक्ष में पड़ने वाली एकादशी को उत्पन्ना एकादशी के
अगहन कृष्ण पक्ष में पड़ने वाली एकादशी को उत्पन्ना एकादशी के
Shashi kala vyas
हास्य कुंडलियाँ
हास्य कुंडलियाँ
Ravi Prakash
आग लगाना सीखिए ,
आग लगाना सीखिए ,
manisha
इंसान भीतर से यदि रिक्त हो
इंसान भीतर से यदि रिक्त हो
ruby kumari
चोरबत्ति (मैथिली हायकू)
चोरबत्ति (मैथिली हायकू)
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
मुझको मालूम है तुमको क्यों है मुझसे मोहब्बत
मुझको मालूम है तुमको क्यों है मुझसे मोहब्बत
gurudeenverma198
इश्क़
इश्क़
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
Needs keep people together.
Needs keep people together.
सिद्धार्थ गोरखपुरी
मेरी एजुकेशन शायरी
मेरी एजुकेशन शायरी
Ms.Ankit Halke jha
भारत भूमि में पग पग घूमे ।
भारत भूमि में पग पग घूमे ।
Buddha Prakash
दोहा -
दोहा -
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
दुखद अंत 🐘
दुखद अंत 🐘
Rajni kapoor
"विश्व हिन्दी दिवस"
Dr. Kishan tandon kranti
* सताना नहीं *
* सताना नहीं *
surenderpal vaidya
दरख़्त और व्यक्तित्व
दरख़्त और व्यक्तित्व
Dr Parveen Thakur
महाशिव रात्रि की हार्दिक शुभकामनाएँ
महाशिव रात्रि की हार्दिक शुभकामनाएँ
अंकित शर्मा 'इषुप्रिय'
जन पक्ष में लेखनी चले
जन पक्ष में लेखनी चले
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
गम के आगे ही खुशी है ये खुशी कहने लगी।
गम के आगे ही खुशी है ये खुशी कहने लगी।
सत्य कुमार प्रेमी
आपको हम
आपको हम
Dr fauzia Naseem shad
■ जारी रही दो जून की रोटी की जंग
■ जारी रही दो जून की रोटी की जंग
*Author प्रणय प्रभात*
आंखों की नशीली बोलियां
आंखों की नशीली बोलियां
Surinder blackpen
2929.*पूर्णिका*
2929.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
" बिछड़े हुए प्यार की कहानी"
Pushpraj Anant
कविता ही तो परंम सत्य से, रूबरू हमें कराती है
कविता ही तो परंम सत्य से, रूबरू हमें कराती है
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
लोग गाली देते हैं,👇👇👇👇👇
लोग गाली देते हैं,👇👇👇👇👇
SPK Sachin Lodhi
प्राण-प्रतिष्ठा(अयोध्या राम मन्दिर)
प्राण-प्रतिष्ठा(अयोध्या राम मन्दिर)
लक्ष्मी सिंह
🔥आँखें🔥
🔥आँखें🔥
सुरेश अजगल्ले 'इन्द्र '
Loading...