Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Mar 2020 · 1 min read

तिरंगे को ओढ़कर

माँ-बाप,बीवी-बच्चों से सब नाता तोड़कर
फिर चल दिया जवान तिरंगे को ओढ़कर

बड़ी मन्नतों के बाद जिसे पाया था,गया
कंधों पे बूढ़े बाप के जनाजा आ गया

सेहरा न सजा बेटे का सब ख्वाब बह गए
अरमान दिल के चीखते दिल में ही रह गए

लेकर गया वो संग में खुशियाँ घसीटकर
रोती है बूढ़ी माँ भी सीना पीट पीटकर

बीवी न समझ पाई राम ये क्या हो गया
उसको बताए कौन कि सिन्दूर खो गया

कहकर के बेटा जिसने बुलाया,नही रहा
बच्चों के सर पे बाप का साया नहीं रहा

रो रही थी सोच सोचकर के माँ जाई
अब कहाँ मिलेगी वो भाई की कलाई

परिवार का भविष्य भी संकट में पड़ गया
गुलशन था जो आबाद किसी का उजड़ गया

बस एक पल में सपनों का संसार ढह गया
न जाने कैसे दर्द इतना देश सह गया

कैसे भला अब मुल्क में हलचल नहीं होगी
चुप रहने से समस्या कभी हल नहीं होगी

अब एक-एक मौत का हिसाब दीजिए
मोदी जी आज जनता को जवाब दीजिए

Language: Hindi
350 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
🌳😥प्रकृति की वेदना😥🌳
🌳😥प्रकृति की वेदना😥🌳
SPK Sachin Lodhi
घे वेध भविष्याचा ,
घे वेध भविष्याचा ,
Mr.Aksharjeet
ये छुटपुट कोहरा छिपा नही सकता आफ़ताब को
ये छुटपुट कोहरा छिपा नही सकता आफ़ताब को
'अशांत' शेखर
मेरे हमसफ़र
मेरे हमसफ़र
Shyam Sundar Subramanian
वो जो हूबहू मेरा अक्स है
वो जो हूबहू मेरा अक्स है
Shweta Soni
"प्यासा"-हुनर
Vijay kumar Pandey
प्यार के सरोवर मे पतवार होगया।
प्यार के सरोवर मे पतवार होगया।
Anil chobisa
हम वो हिंदुस्तानी है,
हम वो हिंदुस्तानी है,
भवेश
अंधा इश्क
अंधा इश्क
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
आओ बुद्ध की ओर चलें
आओ बुद्ध की ओर चलें
Shekhar Chandra Mitra
शब्द
शब्द
लक्ष्मी सिंह
बालकों के जीवन में पुस्तकों का महत्व
बालकों के जीवन में पुस्तकों का महत्व
लोकेश शर्मा 'अवस्थी'
जब तक हो तन में प्राण
जब तक हो तन में प्राण
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
गुरु कृपा
गुरु कृपा
Satish Srijan
वो इशक तेरा ,जैसे धीमी धीमी फुहार।
वो इशक तेरा ,जैसे धीमी धीमी फुहार।
Surinder blackpen
■ आज़ाद भारत के दूसरे पटेल।
■ आज़ाद भारत के दूसरे पटेल।
*Author प्रणय प्रभात*
आह
आह
Pt. Brajesh Kumar Nayak
*बात सही है खाली हाथों, दुनिया से सब जाऍंगे (हिंदी गजल)*
*बात सही है खाली हाथों, दुनिया से सब जाऍंगे (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
अबस ही डर रहा था अब तलक मैं
अबस ही डर रहा था अब तलक मैं
Neeraj Naveed
2493.पूर्णिका
2493.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
मौसम बेईमान है – प्रेम रस
मौसम बेईमान है – प्रेम रस
Amit Pathak
किस्मत की लकीरें
किस्मत की लकीरें
Dr Parveen Thakur
चुलबुली मौसम
चुलबुली मौसम
Anil "Aadarsh"
"अपेक्षा"
Dr. Kishan tandon kranti
साथ अगर उनका होता
साथ अगर उनका होता
gurudeenverma198
पिता का पता
पिता का पता
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
💐प्रेम कौतुक-550💐
💐प्रेम कौतुक-550💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
मनवा मन की कब सुने, करता इच्छित काम ।
मनवा मन की कब सुने, करता इच्छित काम ।
sushil sarna
ज्ञान तो बहुत लिखा है किताबों में
ज्ञान तो बहुत लिखा है किताबों में
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
एक हैसियत
एक हैसियत
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
Loading...