तारीफ ईहै परधान के..
मुख में राम
बगल में छुरी
जन-जन के रखवार खे
तारीफ ईहै परधान के।।
देशवा में हालात इहै बा
आजादी के बाद से
जे सरपंच चुन के आईल
परमीट पा गईल घात के
भईल परिश्रम मीलल आजादी
लेकिन कवने काम के
तारीफ ईहै परधान के।।
नेता से अभिनेता बनले
देलें रोज दिलाशा
उन्नति अवरुद्ध भईल
जन-जन में भरल हताशा,
मुखिया पंच सरपंच सबै मील
हक खा जाता आपके
तारीफ ईहै परधान के।।
बिधवा बृद्धा पेंशन तक पर
नजर बा ईनकर भाई
मुखिया जी के सगा जे होई
पेंशन उहै पाई
जनता के परेशान करस ई
देशवा इनका बाप के
तारीफ ईहै परधान के।।
©®पं.संजीव शुक्ल “सचिन”
१८/४/२०१७