Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Oct 2018 · 1 min read

तारक मेरे पथ के हो

तुम तारक मेरे पथ के हो
___________________

हे राघव रघुवंशमणि ,
हे अवधपति कौशलाधीश ।
तीनलोक के नाथ प्रभु ,
तुम जगन्नाथ और जगदीश ।।
घट घट में केवल तोय तेरा,
तू है सर्वत्र सकलाधीश ।
तुम बिन जीवन कल्पित नही,
तू ही है जीवनाधीश ।।

दीनन के देख सके आँसू,
ऐसे लोचन कैसे पाये हो ।
क्या भूल गए तुम दयानिधि,
सबरी की झूठन खाये हो । ।
सुख देने को केवट के हित,
पद पंकज नाव धराये हो ।
सब छोड़ दिए सुदामा हित ,
नंगे पैर ही तुम धाये हो ।।

तुम भूल गए करुणासागर ,
नलनील के पत्थर तराये हो ।
अपनी पद की ठोकर से ,
और पत्थर को नारी बनाये हो ।।
क्या याद नही तुमको अब,
मद मान उदधि का हराये हो ।
तुम गौरव हो रघुकुल के ,
क्यों अपनी छोटी कराये हो ।।

मैं कब से तुम को टेर रहा ,
क्यों कान पे ठीकरी धराये हो ।
अब अपने कर कमलों से ,
मेरी नैया उस पार कराये हो ।।
राम राम बस राम जपूँ,
मेरे रोम में राम ही राम समाये हो ।
हर साँस साँस से राम कहूँ ,
क्यों फिर भी नाम धराये हो ।।

रघुकुलकेतू दया करो ,
सबका ही प्रभु तुम कष्ट हरो ।
नेनन के पट क्यों बन्द किये ,
मेरी भव बाधा हरो ।।
राजेंद्र ,महोदार कहते तुमको ,
तुम पालक जग के हो ।
सत्यव्रत कहूँ सत्यवाक कहूँ ,
तुम तारक मेरे पथ के हो ।।

नूतन योगी
30 अगस्त 2018

Language: Hindi
369 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
तूं मुझे एक वक्त बता दें....
तूं मुझे एक वक्त बता दें....
Keshav kishor Kumar
दुर्बल कायर का ही तो बाली आधा वल हर पाता है।
दुर्बल कायर का ही तो बाली आधा वल हर पाता है।
umesh mehra
आब-ओ-हवा
आब-ओ-हवा
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
इश्क की वो  इक निशानी दे गया
इश्क की वो इक निशानी दे गया
Dr Archana Gupta
उस सावन के इंतजार में कितने पतझड़ बीत गए
उस सावन के इंतजार में कितने पतझड़ बीत गए
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
बंशी बजाये मोहना
बंशी बजाये मोहना
लक्ष्मी सिंह
रोबोटिक्स -एक समीक्षा
रोबोटिक्स -एक समीक्षा
Shyam Sundar Subramanian
23/141.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/141.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
ज़ेहन पे जब लगाम होता है
ज़ेहन पे जब लगाम होता है
Johnny Ahmed 'क़ैस'
गीत
गीत
Shiva Awasthi
खुदा कि दोस्ती
खुदा कि दोस्ती
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
फ़ासला दरमियान
फ़ासला दरमियान
Dr fauzia Naseem shad
*गृहस्थी का मजा तब है, कि जब तकरार हो थोड़ी【मुक्तक 】*
*गृहस्थी का मजा तब है, कि जब तकरार हो थोड़ी【मुक्तक 】*
Ravi Prakash
' जो मिलना है वह मिलना है '
' जो मिलना है वह मिलना है '
निरंजन कुमार तिलक 'अंकुर'
दशावतार
दशावतार
Shashi kala vyas
जज़्बा है, रौशनी है
जज़्बा है, रौशनी है
Dhriti Mishra
अहोभाग्य
अहोभाग्य
DR ARUN KUMAR SHASTRI
सच तो रोशनी का आना हैं
सच तो रोशनी का आना हैं
Neeraj Agarwal
चाय की घूंट और तुम्हारी गली
चाय की घूंट और तुम्हारी गली
Aman Kumar Holy
अपनी गजब कहानी....
अपनी गजब कहानी....
डॉ.सीमा अग्रवाल
सूरज की किरणों
सूरज की किरणों
Sidhartha Mishra
👉आज की बात :--
👉आज की बात :--
*Author प्रणय प्रभात*
प्रेम में कृष्ण का और कृष्ण से प्रेम का अपना अलग ही आनन्द है
प्रेम में कृष्ण का और कृष्ण से प्रेम का अपना अलग ही आनन्द है
Anand Kumar
फांसी का फंदा भी कम ना था,
फांसी का फंदा भी कम ना था,
Rahul Singh
रिश्ते
रिश्ते
Harish Chandra Pande
जय माता दी ।
जय माता दी ।
Anil Mishra Prahari
"सच का टुकड़ा"
Dr. Kishan tandon kranti
शहीदों लाल सलाम
शहीदों लाल सलाम
नेताम आर सी
पत्तों से जाकर कोई पूंछे दर्द बिछड़ने का।
पत्तों से जाकर कोई पूंछे दर्द बिछड़ने का।
Taj Mohammad
सत्कर्म करें
सत्कर्म करें
Sanjay ' शून्य'
Loading...